विधायक कोठारी ने तृतीय वेतन श्रृंखला अध्यापकों के स्थानांतरण के लिए पॉलिसी निर्धारण की मांग की

विधायक कोठारी ने तृतीय वेतन श्रृंखला अध्यापकों के स्थानांतरण के लिए पॉलिसी निर्धारण की मांग की
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भीलवाड़ा। विधायक अशोक कोठारी ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को लिखे एक महत्वपूर्ण पत्र के माध्यम से सरकार का ध्यान वर्तमान में तृतीय वेतन श्रृंखला अध्यापकों के स्थानांतरण के लिए पॉलिसी निर्धारण की ओर आकर्षित किया है। उन्होंने स्थानांतरण नीति को न्यायसंगत और प्रभावी बनाने हेतु ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है। मीडिया प्रभारी पंकज आडवाणी ने बताया कि विधायक कोठारी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि प्रदेश में लगभग 2 लाख 50 हजार से अधिक तृतीय वेतन श्रृंखला अध्यापक है, पिछले लम्बे समय से इन अध्यापकों के स्थानांतरण संबंधी किसी भी तरह की स्पष्ट नीति निर्धारण के अभाव में स्थानांतरण नहीं हो पा रहे है। उन्होंने विशेष रूप से महिला अध्यापिकाएं के स्थानांतरण के संबंध में बताया कि महिलाएं लम्बे समय से दुरस्थ स्थानों पर कार्यरत रहने से स्वयं के परिवार की देखभाल नहीं कर पाती है। लम्बे समय से तृतीय वेतन श्रृंखला अध्यापकों के स्थानांतरण नहीं हो पाए है ज्ञात हो अंतिम बार वर्ष 2018 में वसुंधरा राजे सरकार के दौरान तृतीय श्रृंखला शिक्षकों के तबादले हुए थे तथा गहलोत सरकार ने इस दिशा में कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया था। जिससे की तृतीय वेतन श्रृंखला शिक्षकों को लम्बे समय से इंतजार करना पड़ रहा है। इन मौजूदा समस्याओं पर प्रकाश डाला तथा उन्हें व उनके परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानांतरण नीति निर्धारण में दिए सुझाव

प्राथमिकता: स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और प्रदेश में कार्यरत अध्यापकों को उनकी प्राथमिकता के अनुसार स्थानांतरण का लाभ मिले।

मानवीय आधार: गंभीर बीमारियों से ग्रस्त अध्यापकों को मानवीय आधार पर स्थानांतरण में प्राथमिकता दी जाए।

पति-पत्नी एक साथ: पति-पत्नी दोनों के राजकीय सेवा में होने पर एक ही स्थान पर या निकटतम संभव स्थान पर पदस्थापन की व्यवस्था की जाए।

पदानुक्रम का पालन: स्थानांतरण प्रक्रिया में पदानुक्रम का पालन किया जाए, जिसमें एक संभाग से दूसरे संभाग में निदेशक स्तर पर व एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरण संयुक्त निदेशक स्तर पर और एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को अधिकृत किया जाए।

निकटस्थ स्थान पर पदस्थापित: महिला अध्यापिकाओं, एकल महिला, तलाकशुदा तथा विधवा महिला अध्यापिकाओं को भी

यथासंभव निवासस्थल के निकटस्थ स्थानों पर पदस्थापित करना चाहिए जिससे की वह पारिवारिक जिम्मेदारी निर्वहन कर सकेगी।

विधायक अशोक कोठारी ने कहा कि स्थानांतरण एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इन सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाए और एक नई, व्यापक स्थानांतरण नीति तैयार की जाए जो सभी के लिए न्यायसंगत हो। कोठारी ने उम्मीद जताई है कि सरकार इस मामले पर तुरंत ध्यान देगी और तृतीय वेतन श्रृंखला अध्यापकों के हित में आवश्यक कदम उठाएगी। ज्ञात रहे कि शिक्षा विभाग में ही प्रथम वेतन श्रृंखला शिक्षक से लेकर कनिष्ठ सहायक कर्मचारी तक के स्थानांतरण हो रहे है। शिक्षा विभाग के तृतीय वेतन श्रृंखला भीलवाड़ा निवासी अध्यापक अपने मूल निवास स्थान से काफी दूर दराज जिलों में कार्यरत है।

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