महात्मा गांधी स्कूलों से 4500 से अधिक शिक्षक घोषित हुए अधिशेष, जल्द होगा समायोजन

भीलवाड़ा,हलचल राजस्थान के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए करीब 4500 से अधिक शिक्षकों को अधिशेष की श्रेणी में डाल दिया है। यह कार्रवाई प्रदेश के 3737 महात्मा गांधी स्कूलों में हाल ही में नियुक्त नवचयनित शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण के बाद की गई है।
क्यों हुए शिक्षक अधिशेष?
शिक्षा विभाग द्वारा 25 अगस्त को आयोजित चयन परीक्षा के परिणाम आने के बाद 1 जुलाई को 11,576 नए शिक्षकों को पदस्थापन दिया गया। नए चयनित शिक्षकों के नियुक्त होते ही पूर्व में कार्यरत अचयनित शिक्षक अधिशेष की श्रेणी में आ गए हैं। अब इन्हें नई जगह समायोजित किया जाएगा।
कहां भेजे जाएंगे ये शिक्षक?
निदेशालय द्वारा समायोजन की स्पष्ट प्रक्रिया तय की गई है:
पहले प्रयास में उसी राजस्व ग्राम में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाएगा।
यदि वहां पद रिक्त नहीं है तो ग्राम पंचायत, ब्लॉक या निकटवर्ती जिले में भेजा जाएगा।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अधिशेष शिक्षकों का समायोजन उसी श्रेणी के क्षेत्र में प्राथमिकता से किया जाएगा।
यदि ग्रामीण क्षेत्र में पद रिक्त नहीं है तो शिक्षक को अस्थायी रूप से शहरी क्षेत्र में तैनात किया जाएगा और रिक्ति आते ही वापस ग्रामीण क्षेत्र में भेजा जाएगा।
शिक्षक समुदाय में बेचैनी
इस अचानक आए फैसले से शिक्षक समुदाय में हलचल मच गई है। उन्हें कुछ ही दिनों में अपनी वर्तमान स्कूल से विदाई लेकर नई तैनाती स्थलों पर कार्यभार संभालना होगा। निदेशालय ने टाइम फ्रेम जारी कर अगले चार-पांच दिन में प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षा विभाग के अनुसार, यह निर्णय शिक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावी और संतुलित बनाने के लिए लिया गया है। नए और चयनित शिक्षकों को उचित स्थान मिलने से स्कूलों में शिक्षण गुणवत्ता में सुधार होगा।