बालक की प्रथम गुरु होती है मां- जिला प्रमुख

बालक की प्रथम गुरु होती है मां- जिला प्रमुख
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रायपुर (किशन खटीक) बालक की प्रथम गुरु मां होती है, यह कथन जिला प्रमुख बरजी देवी भील ने आज मातृ सम्मेलन कार्यक्रम आदर्श विद्या मंदिर रायपुर में कहीं। रायपुर नगर में संचालित आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय में आज मातृ सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रमुख ने की।

उन्होंने बताया कि बालक की प्रथम गुरु मां होती है और माता ही उसका पालन पोषण कर एक सर्वश्रेष्ठ नागरिक बनाने में योगदान देती है ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य दीपाली लखावत ने की। उन्होंने सुसंस्करित समाज की स्थापना हेतु बालक के प्रति माता के कर्तव्यों के बारे में बताया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता देवी लाल शर्मा सेवानिवृत्ति प्राध्यापक ने बताया कि बालक का सुसंस्कारित एवं सर्वश्रेष्ठ संस्कार वाला होना बहुत जरूरी है। वर्तमान में सोशल मीडिया से दूर रहना एवं मोबाइल के सदुपयोग के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में पूनम कुमावत पूर्व छात्र एवं डाक सेवक रायपुर ने प्रेरणादाई उद्बोधन से सभी को मोह लिया। कार्यक्रम में परिचय एवं स्वागत प्रधानाचार्य विजय सिंह चुंडावत ने कराया। साथ ही कार्यक्रम में डॉ. मीरा किराड़, गीता देवी त्रिवेदी, राधेश्याम काबरा, श्यामलाल कुमावत, पप्पू पुरी गोस्वामी, कानापूरी गोस्वामी, सरोज शर्मा, नीलम छीपा, कमला छिपा सहित 70 मातृशक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गायत्री टेलर ने किया।

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