भक्त और भगवान के अभिनय में नजर आये नौ रस
भीलवाड़ा स्पिक मैके (सोसायटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक एण्ड कल्चरल एमगंस्ट यूथ) एवं इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से चल रहे वर्कशॉप डेमोस्ट्रेशन के दूसरे दिन विश्व प्रसिद्ध ओडिसी नृत्यकार कृष्णेन्दू साहा की आज दिनांक 10 सितम्बर 2024 को प्रथम प्रस्तुति प्रातः 07.30 बजे रा.उ.मा.वि. तस्वारिया, एवं द्वितीय प्रस्तुति प्रातः 09.00 बजे स्वामी विवेकानन्द मॉडल स्कूल तस्वारिया में हुई।
जानकारी देते हुए नेशनल एक्ज्युकेटिव कैलाश पालिया ने बताया कि कृष्णेन्दू साहा ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत मंगलाचरण (वैदिक ध्वनि) से करते हुये भगवान जगन्नाथ की परम्परा को जिंदा रखते हुये। जग्गनाथ के स्वरूप को जीवन्त करते हुये ’देव जग्गनाथ स्वामी की शारीरिक बनावट में चौक, त्रिभंग, समभंग आदि (भंगिमाओं) को सिखाया।
उसके बाद महाभारत का मार्मिक प्रसंग मामा शकुनी की चालाकी एवं द्रोपदी चीर हरण की प्रस्तुति ने दर्शकों को भावु कर दिया और अंत में भक्त एवं भगवान के मिलन में भरतमुनि के नाट्शास्त्र में वर्णित नौ रसों को जीवन्त करते हुये उनकी प्रस्तुति में महत्ता को समणया। अंतः में दोनों विद्यालयों के संस्था प्रधान सुरेन्द्र माहेश्वरी व मनीष गर्ग ने कलाकार का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम कोर्डिनेटर अन्नु प्रजापत के अनुसार कृष्णेन्दू साहा की कल दिनांक 11 सितम्बर 2024 को कृष्णेन्दू साहा की प्रथम प्रस्तुति प्रातः 07.30 बजे रा.बा.उ.मा.वि. गांधीनगर, एवं द्वितीय प्रस्तुति प्रातः 09.00 बजे रा.उ.प्रा.वि. मंगलपुरा में होगी।