गोपाष्टमी पर गौपूजन और छप्पन भोग के साथ 40 गायों को किया गोद

भीलवाड़ा । गौ-सेवा के महापर्व गोपाष्टमी को भीलवाड़ा में अपार भक्तिभाव और श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाया गया। शहर की कई गौशालाओं में इस अवसर पर विशेष धार्मिक आयोजन हुए, जहां गौवंश का पूजन कर उन्हें छप्पन भोग अर्पित किया गया। श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट, हमीरगढ़ रोड स्थित राम धाम के पीछे संचालित गौशाला में सुबह 11 बजे गौमाता की विशेष पूजा-अर्चना की गई। ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडाणी और सचिव अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि इस दौरान गौमाता को पारंपरिक आहार, पौष्टिक पशु आहार और गुड़ सहित छप्पन भोग भेंट किया गया।

​इस मौके पर स्वामी अच्युतानंद ने कहा कि आज गाय पालना हमारे लिए दूलर्भ हो गया है यहीं कारण है कि आज घरों में गाय नजर नहीं आती है। उन्होंने सभी से गाय व नंदी की परिक्रमा राज करने का आग्रह किया। रामधाम गौशाला बिना सरकारी अनुदान के भक्तों के सहयोग से चल रही है। ऐसी निरंतरता बनी रहे। उन्होंने गाय व नंदी को जोड़े से गोद लेने की अपील की। इस अवसर पर गौ-भक्तों ने गौशाला की लगभग 40 गायों को गोद लिया, जिसका वार्षिक शुल्क 11,000 प्रति गाय निर्धारित किया गया है। संत ने गोपाष्टमी के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह वह पवित्र दिन है जब भगवान श्री कृष्ण ने पहली बार गायों को चराने का कार्य (गौचारण) शुरू किया था। उन्होंने कहा कि गौमाता में तैंतीस कोटि देवी-देवताओं का वास होता है, इसलिए गोपाष्टमी पर की गई गौ-सेवा वर्षभर का महापुण्य प्रदान करती है और यह साक्षात भगवान श्री कृष्ण की सेवा के समान है। इस मौके पर अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मानसिंहका, हेमंत मानसिंहका, दीपक मानसिंहका, लक्ष्मीनारायण डाड, नवरत्न पारीक, संजीव गुप्ता, पंडित सुशील शुक्ला मौजूद रहे। गोसेवक शंकर कीर और गवालों ने पिछले 6 दिनों में छपन्न भोग बनाने में सहयोग किया।

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