सड़क पर अचेत पड़ी दो बहनों की गौसेवकों ने बचाई जान, हालत गंभीर

हमीरगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक मानवता भरी मिसाल देखने को मिली। बरदोड़ गांव में गाय के सड़क हादसे की सूचना पर हमीरगढ़ गौरक्षा दल की टीम मौके पर पहुंची और घायल गाय को उपचार के लिए हरनी गौ उपचार केंद्र ले जाया जा रहा था। इसी दौरान समेलिया फाटक के पास सड़क किनारे दो युवतियां अचेत अवस्था में पड़ी दिखाई दीं।
लोगों ने मृत समझकर नहीं की मदद
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों युवतियां सड़क पर बेसुध पड़ी थीं और अधिकांश लोग उन्हें मृत समझकर पास जाने से भी बच रहे थे। जब गौसेवकों की नजर उन पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत जांच की, जिसमें पता चला कि दोनों की सांसें चल रही हैं।
गाय के साथ दोनों बहनों को पहुंचाया अस्पताल
बिना समय गंवाए गौसेवकों ने घायल गाय के साथ ही दोनों बहनों को गौ एम्बुलेंस में रखकर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। वहां हमीरगढ़ गौरक्षा दल, श्रीराम गौसेवा समिति और श्रीकृष्ण गौसेवा उपचार केंद्र से जुड़े गौसेवकों की मौजूदगी में प्राथमिक जांच करवाई गई।
एक बहन की हालत नाजुक, दूसरी का पैर टूटा
चोटें गंभीर होने के कारण दोनों बहनों को रामसनेही अस्पताल रेफर किया गया। जांच में सामने आया कि बड़ी बहन के सिर में गहरी चोट लगी है, जिस कारण उसका ऑपरेशन किया गया है और हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं छोटी बहन का पैर जांघ के पास से टूट गया है।
परिजन पहुंचे, इलाज जारी
घटना की सूचना मिलते ही दोनों बहनों के परिजन अस्पताल पहुंच गए। फिलहाल दोनों का इलाज जारी है। गौसेवकों की तत्परता से समय पर उपचार मिलने से दोनों की जान बच सकी, जिसकी क्षेत्र में सराहना हो रही है।
