एमजीएच में मौसमी बीमारियों के बढे मरीज, दस्पताल में लगी कतारें
भीलवाड़ा (सम्पत माली) । जिले में मौसमी बीमारियों ने तेजी से पैर पसार लिए हैं. जिसके चलते महात्मा गांधी अस्पताल में मरीजों की कतारें लगी हुई है । नमी, गंदगी और मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के कारण डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार तथा सामान्य सर्दी-जुकाम-खांसी जैसे रोगों के मामले बढ़ने लगे हैं. साथ ही पेट संबंधी बीमारियों की भी संख्या में उछाल दर्ज किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से साफ-सफाई को अपनाने, जलभराव से बचने और मच्छरदानी/कौन्टेक्टर के प्रयोग की सलाह दी है. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव के लिए पानी जमा न होने दें, नालियों की सफाई रखें और स्वच्छता बनाए रखें. गांव/शहर के कई इलाकों में गंदगी के कारण मच्छरों का घातक प्रकोप देखा जा रहा है, जिससे लोगों में घबराहट बढ़ी है।
स्वास्थ्य अधिकारीयों के अनुसार डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि प्रमुख हैं, वहीं मलेरिया के लक्षणों में ठंड लगना, लगातार बुखार, कमजोरी और पसीना आना शामिल हो सकता है. वायरल बुखार के मामलों में तेज बुखार, बदन दर्द, शरीर में थकान सामान्य लक्षण हैं. सर्दी-जुकाम-खांसी में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में।
अगर किसी में डेंगू-जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीक अस्पताल में जांच कराएं और चिकित्सक की सलाह लें. गंतव्य स्थानों पर जल-जमाव से बचना और घरों के अंदर भी मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।