भीलवाड़ा से गुजरात स्थित जूनागढ़ गिरनार जी की यात्रा पर निकले यात्रियों ने की वंदना

भीलवाड़ा |इस दौरान यात्रा संयोजक, भीलवाड़ा निवासी मुकेश पाटोदी ने बताया कि गुजरात स्थित जूनागढ़ गिरनार जी में 22वें तीर्थंकर 1008 नेमिनाथ भगवान के मोक्षकल्याणक के अवसर पर भीलवाड़ा जैन बंधुओं के संघ ने जयघोष करते हुए गिरनार पर्वत की यात्रा प्रारंभ की, और मंगलगान करते हुए पाँचों टोक की वंदना कर 1008 नेमिनाथ भगवान की पूजा-अर्चना कर, मोक्षकल्याणक के अवसर पर लाडू चढ़ाकर उनके पावन चरणों की वंदना कर उन्हें नमन किया।
महापुण्योदय से पाँच दिनों की मंगल यात्रा पर भीलवाड़ा से यात्रियों का दल गुजरात स्थित जूनागढ़ गिरनार जी की यात्रा पर पहुँचा।
भीलवाड़ा निवासी पाटोदी ने बताया कि गुजरात स्थित जूनागढ़ में नेमिनाथ भगवान के सिद्ध क्षेत्र गिरनार जी की यात्रा के लिए दिनांक 30 जून को भीलवाड़ा से यात्रियों का जत्था गिरनार जी यात्रा के लिए रवाना हुआ। और बहुत मंगलगान करते हुए, मंदिर विधि करते हुए, तीर्थंकर भगवंतों का गुणगान करते हुए, अजमेर जंक्शन से ट्रेन आगरा फोर्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस द्वारा 01 जुलाई को गुजरात स्थित जूनागढ़ पहुँचे और वहाँ से बस द्वारा गिरनार जी पहुँचे।
यात्रा के दौरान, भीलवाड़ा निवासी मनोज पाटोदी ने बताया कि भगवान नेमिनाथ के मोक्षकल्याणक पर 2 जुलाई को प्रातःकाल की मंगल बेला में सुबह 4 बजे समवशरण भवन से जयघोष करते हुए गिरनार पर्वत की पदयात्रा प्रारंभ की, और मंगलगान करते हुए पाँचों टोक की वंदना कर, तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान के पावन चरणों की वंदना कर, मोक्षकल्याणक के अवसर पर पूजा-अर्चना कर यात्रियों द्वारा लाडू चढ़ाकर भगवान के चरणों में नमन किया गया।
पाँचों टोक की वंदना पूर्ण होते ही यात्रियों द्वारा "22वें तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान की जय, जय गिरनार, जय नेमिनाथ", एवं "गिरनार जी हम जाएंगे, लाडू वहीं चढ़ाएंगे" जैसे जयघोषों के साथ भगवान नेमिनाथ को नमन किया।
यात्रा के दौरान मनोज पाटोदी, मुकेश पाटोदी, अजीत गोधा, शुभम जैन, संभव जैन, लोकेश जैन, शिखर जैन, टोडरमल जैन, सुनील जैन, टीकम चन्द शाह, विजयनगर प्रकाश जी गदिया (अजमेर वाले) का विशेष सहयोग रहा।