बचपन में जिस स्कूल में की पढ़ाई , वही से वाइस प्रिंसिपल बनकर ली विदाई

बचपन में जिस स्कूल में की पढ़ाई , वही से वाइस प्रिंसिपल बनकर ली विदाई
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इसे महज संयोग कहे या सौभाग्य !

अपने ही गांव, गली व विद्यालय जहां बचपन की भूली बिसरी सुनहरी यादें जुड़ी हुई हो। उसी विद्यालय में वर्षों तक राजकीय सेवा कर सेवानिवृत्त होना बहुत ही खुशनसीब की बात है।

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुवाणा के उप-प्रधानाचार्य पद से प्रभु लाल सुवालका (नई ईरास) आज राजकीय सेवा से कार्य मुक्त हुए।

विद्यालय में आयोजित विदाई समारोह में प्रबुद्ध ग्रामीणों, विद्यार्थियों सहित विद्यालय स्टाफ ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। सभी ने उनके शिक्षा व विद्यालय विकास के लिए किए गए कार्यों की भरपूर सराहना की। उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति पर विद्यालय में एक कक्षा कक्ष (कमरा) बनाने की घोषणा भी की।

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