रायपुर पंचायत समिति में समयपालन की बड़ी लापरवाही

रायपुर। पंचायत समिति रायपुर में समयपालन को लेकर गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। कार्यालय का निर्धारित समय सुबह 9:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक है, लेकिन हमारी पड़ताल के दौरान एक भी कर्मचारी समय पर उपस्थित नहीं मिला। कार्यालय में ताले लटके मिले और कामकाज पूरी तरह ठप रहा, जिससे आमजन को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
इस संबंध में रायपुर विकास अधिकारी संजय शर्मा से दूरभाष पर संपर्क करने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। इससे प्रशासनिक जवाबदेही पर बड़े सवाल खड़े होते हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गरीब और श्रमिक वर्ग पर सख्ती प्रशासन की प्राथमिकता बन चुकी है—
उदाहरण:
नरेगा श्रमिक यदि कार्यस्थल पर समय पर फोटो नहीं खिंचवाते, तो उनकी हाजिरी नहीं भरती, मजदूरी नहीं मिलती और उनके परिवार का पेट तक प्रभावित हो जाता है।
लेकिन दूसरी ओर—
वे अधिकारी, जिनका वेतन ₹50,000 से ₹1,00,000 प्रतिमाह तक है, अगर समय पर कार्यालय नहीं आते, तो क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी?
जनता की मांग है कि हर सरकारी कार्यालय में ऑनलाइन हाजिरी सिस्टम अनिवार्य किया जाए, ताकि सिर्फ मजदूरों ही नहीं, बल्कि उच्च अधिकारियों की भी समयबद्धता सुनिश्चित हो।
