रायपुर के अफसर सुस्त, बजरी माफिया चुस्त, रात के अंधेरे में बेधड़क दौड़ रहे बजरी माफिया के वाहन ,तेज गति ने बनाया मंदिर को निशाना

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रायपुर 23 फरवरी (विशाल वैष्णव) जिले के पुलिस थाना रायपुर में अफसरों के ढुलमुल रवैए के कारण बजरी माफिया का दुस्साहस बढ़ गया । दिन हो या रात बजरी से भरे ओवरलोड वाहन फर्राटा भरते दिखाई देते हैं। डंपर और ट्रक मुख्य मार्ग से गुजरते हैं। ट्रैक्टर–ट्राली छोटे छोटे गावो के कच्चे पक्के रास्तों से गांवों में प्रवेश करते हैं। लोगों का आरोप है कि बजरी माफिया थाने और चौकी पर भेंट चढ़ाते हैं। इसके बाद उनकी रफ्तार में इस कदर तेजी आती है कि आम जनता तो छोड़िए, पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की आंखों से कब ओझल हो जाए पता नहीं चलता हैं बजरी माफियाओ के खिलाफ मुकदमे भी होते हैं। लेकिन वाहनों का आवागमन नहीं थमता है। यह सब कहीं न कहीं खुद की मिलीभगत का ही नतीजा होता है ऐसी ही पुलिस थाना रायपुर के नाहरी गांव में बीती रात बजरी माफियाओ ने नाहरी गांव में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर को रात में अपनी तेज रफ्तार का शिकार बना दिया अलसुबह जब लोग उठे तो देखा कि मंदिर का एक भाग पूरा टूटा हुआ है जिससे ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और रायपुर पुलिस प्रशासन के खिलाफ ही कार्यवाही करने की मांग कर डाली। लोगों ने बताया कि रात के अंधेरे में मंदिर को जब बजरी माफिया के साधन से टक्कर मारी थी शुक्र है कि उस वक्त मन्दिर के पास या मंदिर में कोई नहीं थे वरना बड़ी घटना हो सकती थी ग्रामीणों ने कहा कि अब तो बजरी माफियाओं के कारण रात में चलना भी मुश्किल हो गया है। इससे कब किसकी जान चली जाएगी कोई नहीं जानता। बजरी माफियाओं के कारण कितनी जान जा चुकी है। यह बात हर कोई जानता है। पर रेत की चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही। रात को तेज रफ्तार में दर्जनों ट्रैक्टर चलने के कारण सड़क एवं आसपास के गांव में लोगों की रात को नींद हराम हो जाती है। अब देखना है कि क्या पुलिस प्रशासन बजरी माफियाओ पर लगाम लगाकर आरोपी को पकड़ती है या फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार करेगी।

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