राजस्थान मरू उड़ान ब्रेस्ट कैंसर व सर्वाइकल कैंसर पर जिला स्तरीय जागरूकता सेमिनार आयोजित

राजस्थान मरू उड़ान ब्रेस्ट कैंसर व सर्वाइकल कैंसर पर जिला स्तरीय जागरूकता सेमिनार आयोजित
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भीलवाडा, । जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा राजस्थान मरू उड़ान जिला स्तरीय ब्रेस्ट कैंसर व सर्वाइकल कैंसर पर जागरूकता कार्यशाला नगर निगम के मिटिंग हॉल में आयोजित की गई।

कार्यशाला के दौरान डॉ.आशु कपुर ने स्तन कैंसर के लक्षण, कारण व उपचार के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होने स्तन कैंसर में स्तन कौशिकाओं की अनियंत्रित बढो़तरी होती है जो कि एक ट्यूमर बनाती है। इसमें स्तन में कठोर गांठ महसूस होती है जो कि ज्यादातर दर्द रहित होती है। स्तन से खून आना और स्तन की त्वचा में ठोसपन हो जाना इस कैंसर के लक्षण होते है। इसके उपचार के लिए ब्रेस्ट सेल्फ एक्जामिनेशन, मेमोग्राम, अल्ट्रासाउण्ड व बायोप्सी करवाने की सलाह दी गई। स्तन कैंसर के बचाव एवं रोकथाम के लिए स्तनपान कराने, पोष्टिक आहार का सेवन करने, गर्भनिरोधक गोलियां खाने से बचने, नियमित तौर पर शारीरिक व्यायाम करने की सलाह दी गई।

डॉ.कीर्ति गुप्ता ने सर्वाइकल कैंसर के लक्षण, कारण एवं जांच के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा में होता है, जिसके मुख्य कारण ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) से ग्रसित होना, प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना, बहुत छोटी उम्र में गर्भधारण करना आदि होते है। कैंसर के मुख्य लक्षण असामान्य ब्लीडिंग होना, पैशाब के दौरान तेज दर्द अनुभव होना आदि होते है। इस कैंसर की जांच के लिए बायोप्सी, पैप स्मीयर परीक्षण, एचपीवी का परीक्षण करवाया जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर के लिए 9 से 15 वर्ष की बालिकाओं के लिए वैक्सीन भी उपलब्ध है। यह वेक्सीन 15 से 40 वर्ष की बालिकाएं व महिलायें भी लगवा सकती है, जिससे कैंसर होने की संभावना को कम किया जा सकता है।

सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग नगेन्द्र कुमार तोलम्बिया ने विभाग की योजनाओं के बारे में बताया। कालीबाई भील उड़ान योजना, निःशुल्क सेनेटरी नेपकिन वितरण व महावारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन, पन्नाधाय सुरक्षा व सम्मान केन्द्र, महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र, वन स्टॉप (सखी) सेन्टर के बारे में जागरूक किया।

जिला प्रबंन्धक राजीविका रामप्रसाद ने महिलाओं को सशक्त होकर आत्मनिर्भर बनने व जागरूकता फैलाने के बारे में बताया। कार्यशाला में महिला अधिकारिता व राजीविका की महिलायें उपस्थित रहीं।

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