वाहन चालकों को राहत, फास्टैग की केवाइवी प्रक्रिया अब और आसान

भीलवाड़ा . नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने फास्टैग उपयोगकर्ताओं को बड़ी राहत दी है। अब केवाइवी यानी "अपने वाहन को जानें" प्रक्रिया को और सरल बना दिया गया है। भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (आईएचएमसीएल) के संशोधित आदेश के अनुसार, जिन वाहन मालिकों ने अभी तक केवाइवी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उनके फास्टैग बंद नहीं किए जाएंगे। उन्हें प्रक्रिया पूरी करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया जाएगा।
नए दिशा-निर्देशों के तहत अब कार, जीप या वैन की साइड तस्वीरें अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी। केवल वाहन की आगे की तस्वीर, जिसमें नंबर प्लेट और फास्टैग साफ दिखाई दे, पर्याप्त होगी। साथ ही अब वाहन उपयोगकर्ता द्वारा वाहन संख्या, चेसिस नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करने पर संबंधित आरसी विवरण अपने आप सिस्टम में आ जाएगा। इससे प्रक्रिया और तेज और पारदर्शी होगी।
एनएचएआई के अनुसार, यदि किसी उपयोगकर्ता के नाम पर एक ही मोबाइल नंबर से कई वाहन पंजीकृत हैं, तो वह खुद चुन सकेगा कि किस वाहन के लिए केवाइवी अपडेट करनी है। वहीं, जिन उपभोक्ताओं को दस्तावेज अपलोड करने में दिक्कत आ रही है, उनके लिए फास्टैग जारी करने वाला बैंक सीधे संपर्क कर सहायता प्रदान करेगा।
इसके अलावा, फास्टैग या केवाइवी से जुड़ी किसी भी समस्या या शिकायत के लिए उपयोगकर्ता राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्पलाइन नंबर 1033 पर संपर्क कर सकते हैं।
एनएचएआई के इस निर्णय से लाखों वाहन चालकों को राहत मिलेगी, जिन्हें अब मामूली तकनीकी कारणों से फास्टैग ब्लॉक होने की चिंता नहीं रहेगी। विभाग का कहना है कि इस कदम से डिजिटल भुगतान प्रणाली और यातायात प्रबंधन दोनों को मजबूती मिलेगी।
