सांसद और माली के भ्रामक बयानों पर ग्राम जालिया वासियों का विरोध, जिंदल सॉ लिमिटेड के समर्थन में सौंपा ज्ञापन

भीलवाड़ा। ग्राम जालिया के नागरिकों और उपठेकेदारों ने आज एक ज्ञापन सौंपकर सांसद दामोदर अग्रवाल द्वारा हाल ही में संसद में दिए गए बयान की कड़ी निंदा की। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि सांसद ने बिना किसी सटीक जानकारी के जालिया के बारे में असत्य, भ्रामक और आधारहीन बयान दिए हैं। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि सांसद ने न तो कभी गांव का दौरा किया, न ही ग्रामवासियों से इस मुद्दे पर बातचीत की।

ज्ञापन में ग्रामवासियों ने सवाल उठाया कि कैसे कोई जनप्रतिनिधि, बिना वास्तविक तथ्यों के, गंभीर मुद्दे पर गलत बयानबाजी कर सकता है। उन्होंने इस बात को लेकर संदेह जताया कि शायद सांसद के पीछे निजी स्वार्थ या गलत मंशा हो सकती है।

इसके अलावा, कन्हैया लाल माली द्वारा 2015 से गांव में जानबूझकर विवाद फैलाने का आरोप भी लगाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि माली और उसके समर्थक कुछ परिवारों के साथ मिलकर गांव की छवि को धूमिल कर रहे हैं, और उनका उद्देश्य अवैध रूप से पैसे उगाहना है, विशेषकर महिलाओं को मोहरा बनाकर।

ग्रामवासियों ने यह भी स्पष्ट किया कि जिंदल सॉ लिमिटेड ने गांव में रोजगार, आधारभूत सुविधाएं और समग्र विकास के कार्य किए हैं। गांव के अधिकांश लोग कंपनी के साथ हैं और उन असामाजिक तत्वों द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार का विरोध करते हैं।

ज्ञापन में प्रशासन से तीन प्रमुख मांगें की गई:

1. सांसद दामोदर अग्रवाल और कन्हैया लाल माली द्वारा किए गए भ्रामक बयानों को गंभीरता से न लिया जाए।

2. प्रशासन ग्रामवासियों की बहुसंख्यक भावना का सम्मान करते हुए जिंदल सॉ लिमिटेड के विकास कार्यों में कोई रुकावट न डाले।

3. इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और असली सच्चाई जनता के सामने लाई जाए।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी बातों को अनसुना किया गया और विकास कार्यों में कोई रुकावट आई, तो वे शांतिपूर्ण धरने और संवैधानिक विरोध का सहारा लेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उनका कहना है कि उन्हें सिर्फ न्याय चाहिए और वे इसके लिए एकजुट हैं।

Tags

Next Story