भीलवाड़ा में सफाई ठेकेदार और निगम की मिलीभगत से रिंग रोड बना कचरा डंपिंग ज़ोन

भीलवाड़ा | शहर में नगर निगम प्रशासन और सफाई ठेकेदार की मिलीभगत से सफाई व्यवस्था में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। मामला रिंग रोड स्थित कुवाडा खान क्षेत्र का है, जहां निगम द्वारा लाखों रुपए के टेंडर जारी करने के बावजूद शहर का कचरा निर्धारित कीरखेड़ा प्लांट पर ले जाने के बजाय सीधे जांगिड़ हॉस्टल के पास खानों में डाला जा रहा है। इससे ठेकेदार को तो आर्थिक लाभ हो रहा है, लेकिन वार्ड नंबर 55 के रहवासी और हॉस्टल में पढ़ने वाली छात्राएं भयंकर परेशानी का सामना कर रही हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले इन खानों में पशुओं और आमजन की सुरक्षा के लिए जालियां लगाई गई थीं, लेकिन सफाई ठेकेदार की मनमानी इतनी बढ़ गई कि उसने जालियों तक को तोड़ डाला। वार्ड नंबर 55 के नागरिकों ने इस संबंध में कई बार नगर निगम भीलवाड़ा, जिला प्रशासन, संभागीय आयुक्त अजमेर और स्वायत्त शासन निदेशक जयपुर तक शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
जनता का आरोप है कि जून 2025 से लगातार शिकायतों के बावजूद निगम प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि अधिकारी और ठेकेदार के बीच गहरी मिलीभगत है। एक ओर महापौर राकेश पाठक भीलवाड़ा को इंदौर की तर्ज पर स्वच्छ शहर बनाने की बात कहते हैं, वहीं दूसरी ओर सफाई टेंडर में खुलेआम भ्रष्टाचार जारी है।
नागरिकों का कहना है कि सफाई ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई और भारी जुर्माना लगाया जाए, क्योंकि यह जनता के टैक्स के पैसों से हो रहा घोर दुरुपयोग है। साथ ही वार्ड नंबर 55 के प्रभारी अधिकारी को तत्काल निलंबित किया जाए ताकि क्षेत्रवासियों को राहत मिल सके। शिकायतकर्ता ने अपनी सुरक्षा को लेकर नाम और नंबर गोपनीय रखने की अपील की है।
