21 हजार लीटर गंगाजल से भोलेनाथ का शहनाई वादन व बैंड बादन के साथ होगा 27 जुलाई को सहस्त्रधारा अभिषेक

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भीलवाड़ा (प्रहलाद तेेेली)। सावन में शिवालयों पर पंचामृत, नमक-चमक व रुद्राभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा है। इसी क्रम में आगामी 27 जुलाई रविवार को दोपहर 2.15 से शाम 5 बजे तक करीब 3 घंटे शहर के बालाजी मार्केट स्थित बालाजी मंदिर शिवालय में हरिद्वार स्थित हरि की पेढ़ी से लाए जा रहे 21 हजार लीटर गंगाजल से करीब 151 कलशों से करीब 7 हजार शिव भक्त भोलेनाथ का शहनाई वादन व बैंड बादन के साथ सहस्त्रधारा अभिषेक करेंगे।

मंदिर के पुजारी आशुतोष शर्मा के नेतृत्व में 51 पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच होने वाले सहस्त्रधारा अभिषेक से पहले गंगाजल लेकर आने वाले टैंकर को गंगाजी - का स्वरूप मानते हुए पूजन होगा। आयोजन के मनोरथी सत्यनारायण - अशोककुमार मेलाना परिवार है।

बालाजी मंदिर शिवालय में वर्तमान में रोज नमक-चमक, रुद्राभिषेक व पंचामृत अभिषेक, पूजा-अर्चन व श्रृंगार हो रहा है। बालाजी मंदिर में सावन में गंगाजल से 14 सालों से अभिषेक किया जा रहा है।

108 कमल पुष्पों से होगा भोले का श्रृंगार, बांटेंगे केसर के पेड़े व फलों का प्रसाद गंगाजल से महाअभिषेक के बाद 108 कमल पुष्पों व फूलमालाओं से भोलेनाथ का श्रृंगार के बाद महाआरती कर प्रसाद के रूप में केसर के पेड़े व फलों का भोग लगाकर प्रसाद बांटा जाएगा।

वैसे पूरे सावन में रोज शिवालय में नमक-चमक अभिषेक, रुद्राभिषेक व सहस्त्रधारा अभिषेक किया जा रहा है। पहला अभिषेक सुबह साढ़े 6 से 8 बजे तक, दूसरा सुबह 8 से साढ़े 9 बजे तथा तीसरा अभिषेक साढ़े 9 बजे से 11 बजे तक कराए जा रहे हैं। अभिषेक के दौरान पूजा के लिए रोज 21 थालियों में 21 कटोरी रखकर पूजन सामग्री सजाई जा रही है।

पुजारी आशुतोष शर्मा के अनुसार दोपहर से शाम तक करीब 3 घंटे चलने वाले रुद्राभिषेक के दौरान श्रीराम दरबार का मूल रामायण रामरक्षा स्त्रोत व हनुमानजी का वाल्मिकी सुंदरकांड के साथ अभिषेक कराया जाएगा।

अभिषेक से पहले बजरंग मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिलकुमार मानसिंहका गंगाजल लेकर आने वाले टैंकर का सपरिवार पूजन कराएंगे। उसके बाद भोलेनाथ का सहस्त्रधारा अभिषेक आरंभ होगा। आयोजन में संतों, जनप्रतिनिधियों,राजनेताओं और अधिकारियों की भी सहभागिता रहेगी। शाम साढ़े 5 बजे आरती के बाद प्रसाद बांटा जाएगा। सहस्त्रधारा अभिषेक को लेकर बजरंग मंडल ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा पुजारी के नेतृत्व में तैयारियां की जा रही है।

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