सांवलिया सेठ का भोर तक चला नगर भ्रमण, भक्तों ने आरती कर मधुर भजनों से रिझाया

पोटलां | कस्बे में सोमवार को सांवलिया सेठ नगर के भ्रमण को आए सांवलिया सेठ मंदिर के पुजारी सत्यनारायण व्यास ने बताया कि वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार गणगौर के दिन दोपहर को ध्वज निशान के साथ सांवलिया सेठ अपने निज मंदिर से बेवाण में सवार होकर नगर में प्रवेश किया जहां रावला चौक स्थित चारभुजा नाथ बड़े मंदिर पर शाम की संध्या आरती के पश्चात सांवलिया सेठ बेवाण में विराजमान हो रावला चौक से निकलकर ज्वालों का मौहल्ला, कीर मौहल्ला, बस स्टैंड, बाजार, पुरोहित मोहल्ला, पोस्ट ऑफिस, नई नगरी नगरी, स्थल मंदिर, सदर बाजार, पारीक मोहल्ला होकर पुनः चारभुजा नाथ बड़े मंदिर पहुंचे भगवान को ग्रामीणों द्वारा नगर भ्रमण कराया गया भगवान सांवलिया सेठ के नगर भ्रमण के दौरान महिलाओं पुरुषों बच्चे बच्चियों द्वारा जगह-जगह आरती कर भगवान को फुल अर्पित करके गुलाल लगाई गई भक्तों ने "चांदी का रथडा पर प्यारो लागे सेठ सांवरिया... "पोटलां श्याम तेरी शरण में आ गयो"... चारभुजा रो नाथ चतुर्भुज बालावाला रे... सांवलिया सेठ दे दे... जैसे अनेक भजन गाकर भगवान को रिझाया मधुर भजनों ने ग्रामीणों को नाचने पर विवश किया | लोगों द्वारा जगह-जगह भक्तों को आइसक्रीम, फल फ्रूट, रसना, जूस, मावा मिठाई वितरित की गई । नगर भ्रमण सुबह 4 बजे तक चला उसके बाद भगवान चारभुजा नाथ एवं भगवान सांवलिया सेठ की आरती हुई जहां उपस्थित भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया और भगवान से मंगलकामनाएं की गई।