मूति विसर्जन कुंडो में कर लाखों जलीय जीवों की जान बचाएं
भीलवाड़ा। पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी व पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू ने गणेश चतुर्थी एवं नवरात्र स्थापना के पश्चात् मूर्ति विसर्जन नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल व राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा झील जलाशयों को प्रदूषणमुक्त रखने हेतु दिये गये आदेशों के अनुरूप करने की मुख्य सचिव राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर मांग की है। जाजू ने पत्र में सभी जिला कलक्टरों को मुख्य सचिव द्वारा निर्देशित करते हुए अलग से बनाये हुए कुण्डों व टांको में मूर्ति विसर्जन की मांग की है। जाजू ने पत्र में बताया कि आज भी 80 प्रतिशत मूर्तियों के निर्माण में बाई कार्बोनेट, कॉपर, सल्फर, सोडियम, एन्फोस्फोरस सहित अन्य घातक रसायन व पेन्ट काम में लिए जाने से जलाशयों में पानी की सतह पर सूर्य की रोशनी व ऑक्सीजन का प्रवेश नहीं हो पाता है। ऑक्सीजन की मात्रा ० प्रतिशत से नीचे चली जाती है, जिससे पानी में रहने वाले जीव जन्तु दम तोड़ देते हैं व पानी जहरीला हो जाता है। पानी जहरीला होने से पशु पक्षी वहां पानी नहीं पी पाते हैं। जाजू ने जिला प्रशासन से कुंडो की सफाई कर स्वच्छ जल भरवाने की मांग भी की है। उल्लेखनीय है कि जाजू की जनहित याचिका पर उच्च न्यायालय द्वारा मूर्ति विसर्जन कुंडो में किये जाने के आदेश प्रदान किये थे।