2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों की सेवा भी असुरक्षित, शिक्षक संघ ने सरकार से रिव्यू पिटिशन की उठाई मांग

2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों की सेवा भी असुरक्षित, शिक्षक संघ ने सरकार से रिव्यू पिटिशन की उठाई मांग
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भगवानपुरा ( कैलाश शर्मा ) राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय द्वारा प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जिला अध्यक्ष रामप्रसाद माणम्या के नेतृत्व में 1 सितंबर 2025 को माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा सिविल अपील संख्या 1385 / 2025 में दिए गए निर्णय की और ध्यान आकर्षित करने हेतु माननीय जिला कलेक्टर महोदय के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी , मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को ज्ञापन दिया गया|

जिला मंत्री सुरेश चंद बड़वा ने बताया कि माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णायानुसार सभी सेवारत शिक्षकों के लिए उनकी नियुक्ति की तिथि चाहे जो भी रही हो शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को अनिवार्य कर दिया गया है इस निर्णय से राज्य भर के हजारों शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और आजीविका को संकट में डाल दिया गया है|

शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद( एनसीटीई) की अधिसूचना दिनांक 23 अगस्त 2010 के अंतर्गत स्पष्ट रूप से दो श्रेणीयां मान्य की गई थी वर्ष 2010 से पूर्व नियुक्त शिक्षक जिन्हें टीईटी से छूट दी गई थी वर्ष 2010 के बाद नियुक्त शिक्षक जिनके लिए एक निश्चित अवधि में टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया था माननीय उच्चतम न्यायालय के इस निर्णय में इस तथ्य को अनदेखा कर दिया गया है जिसके फलस्वरूप 2010 से पूर्व वेध रूप से नियुक्त शिक्षकों की सेवा भी असुरक्षित हो गई है इस निर्णय से राज्य भर में हजारों शिक्षक गहन चिंता और असमंजस की स्थिति में है प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री से ज्ञापन के माध्यम से निवेदन किया गया है कि 1 सितंबर 2025 के उच्चतम न्यायालय की शिक्षक पात्रता परीक्षा टेट संबंधी निर्णय पर रिव्यू रिट पिटिशन लगाकर वेद रूप से नियुक्त शिक्षकों को राहत प्रदान कर असमंजस की स्थिति दूर कराई जावे | ज्ञापन देने के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद्र सुथार, प्रदेश सेवानिवृत शिक्षक प्रकोष्ठ श्रीमती सुशीला जाट, विभाग संगठन मंत्री मंजू कुमावत, अतिरिक्त जिला मंत्री दिलीप सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप सिंह, जिलासंगठन मंत्री रामस्वरूप सुथार, उप शाखा सुवाणा अध्यक्ष विनोद कुमार झंवर, सहाड़ा अध्यक्ष बालमुकुंद वैष्णव, मांडलगढ़ अध्यक्ष नंदलाल पारीक, मांडल मंत्री ईश्वर सिंह ,जिला कोषाध्यक्ष बनवारी लाल काबरा ,ओम प्रकाश सुथार, प्रदीप मेहता ,लीला सुथार, श्याम सुंदर डोलिया, विनोद पारीक, भंवर सिंह आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे|

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