अच्छा इंसान बनकर देश व समाज की सेवा करना सबसे श्रेष्ठ कैरियर है -प्रोफेसर खटीक

अच्छा इंसान बनकर देश व समाज की सेवा करना सबसे श्रेष्ठ कैरियर है -प्रोफेसर खटीक
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भीलवाड़ा | अम्बेडकर मित्र परिषद खटीक समाज द्वारा आयोजित खटीक समाज छात्रावास सेमिनार हाल में आज दिनांक 18 मई 2025 को कैरियर काउन्सलिंग सेमिनार के मुख्य वक्ता मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में बोलते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर डॉक्टर जगदीश चंद्र खटीक ने उपस्थित बच्चों से कहा कि जीवन में अच्छा इंसान बनकर देश और समाज के उत्थान हेतु समर्पित रहने से अच्छा और ऊचा करियर और दूसरा नहीं हो सकता है।

उन्होंने अंबेडकर -स्वामी विवेकानन्द -महात्मा गांधी- अब्दुल कलाम और अलबर्ट आइंस्टीन का उद्धरण देते हुए बच्चों को समझाया कि इनका जीवन मृत्यु के बाद भी अमर हो गया क्योंकि उन्होंने देश और समाज की उन्नति व ख़ुशहाली के लिए काम किया था बच्चों से कहा कि आप भी अमर होना चाहते हो तो केवल पेट भरने की नौकरी तक सीमित न रहकर आगे बढ़ो और देश समाज के उत्थान हेतु अपना सब कुछ लगा दो उन्होंने बच्चों से कहा कि छोटा लक्ष्य और छोटा सपना देखना आपको छोटा बना देगा यदि बड़ा बनना है अपना नाम इतिहास के पन्नों मैं अंकित करवाना चाहते हो तो बड़ा सपना देखो सपनों का पीछा करो और स्वामी विवेकानंद की पंक्ति के साथ कहा कि उठो जागो और अपने लक्ष्य प्राप्ति तक रुको मत

उन्होंने बच्चों को कहा कि सोशल मीडिया व मोबाइल में समय बर्बादी के बजाय आप लोगों को किताबें पढ़ने और लाइब्रेरी में समय गुज़ारना चाहिए उपस्थित छात्राओं से उन्होंने कहा कि हिमालय बड़ा नहीं है उसको नापने वाली महिला बछेंद्री पाल बढ़ी है उसका जज़्बा बड़ा है आप भी बड़ा काम करो।

बच्चों को करियर का मतलब बताते हुए उन्होंने कहा कि आप पर्सनल लाइफ़ और प्रोफ़ेशनल लाइफ़ दोनों में जीवन मूल्यों के साथ जीना जीवन मूल्य यानी-ईमानदारी-वफ़ादारी -सेवा- समर्पण -त्याग ये जीवन मूल्य आपके जीवन को सुंदर बनाएंगे।

उपस्थित छात्रों के प्रश्नों का जवाब देते हुए प्रोफ़ेसर खटीक ने आज के युवाओं को युवा पीढ़ी को अपने मन मस्तिष्क की सुस्थिरता के लिए प्रातःकाल जल्दी उठकर योग प्राणायाम ध्यान के अभ्यास के साथ अपनी कुंडलिनी जागरण करनी चाहिए जिससे मन मस्तिष्क अच्छे और सकारात्मक विचारों से भरे रहे ।

उन्होंने महात्मा बुद्ध के "अप्प दीपो भव" की व्याख्या करते हुए कहा कि अपना करियर स्वयं को तय करना चाहिए जिसमें अपनी योग्यता और रुचियों का मिश्रण हो ताकि आप अपने कार्यों से जीवन भर प्यार कर सको ।आपका काम आपको भार नहीं लगना चाहिए बल्कि उत्साह से होना चाहिए तभी तुम्हारा जीवन सुखद हो सकता है ।

उन्होंने कहा कि डॉक्टर बनकर मेडिकल का व्यापार मत करना दिन दुखियो की सेवा करना, IAS बनकर भ्रष्टाचार के दलदल में मत फँसना बल्कि समाज के दुखी पक्षों को राहत देना

विकसित भारत में युवाओं की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि तुम सब आने वाली पीढ़ी के सर्वांगीण विकास से ही भारत 2047मैं विकसित बन पाएगा अट आप सभी को कमर कसकर खड़ा होना पड़ेगा और भारत को विकसित बनाना होगा

शारीरिक मानसिक संवेगात्मक रूप से परिपक्व इंसान को उन्होंने सफल इंसान बताया

उन्हें डिग्री से ज़्यादा विजन को चित्र से ज़्यादा चरित्र को और काग़ज़ से ज़्यादा काम को अधिक महत्वपूर्ण बताया

खटीक समाज में बहुत कुछ करना बाक़ी है उन्होंने कहा शिक्षा वह चाबी है जिससे हज़ारों ताले खुलते हैं अथ समाज का प्रत्येक छात्र छात्रा को उच्च शिक्षा तक पहुँचना चाहिए।

उन्होंने अम्बेडकर को नमन करते हुए उन्होंने संगठन के पदाधिकारी को धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम में संगठन के संरक्षक रणजीत खोईवाल, अध्यक्ष महावीर खोईवाल,सचिव विनोद पटेल, संयोजक रतनलाल, सह संयोजक गोविंद के साथ राजकुमार खटीक,तिलकराज,प्यारचंद,नंदकिशोर,लोकेश, प्रकाश, अमृतलाल, शिवलाल, आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम की जानकारी कार्यक्रम सयोजक रतन लाल खोईवाल ने दी।

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