गंगापुर के पत्रकार की गिरफ्तारी पर शाहपुरा प्रेस क्लब ने जताया रोष, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

शाहपुरा-पेसवानी गंगापुर कस्बे में तहसील कार्यालय में ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकार दिनेश चैहान की गिरफ्तारी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बिना जांच किए पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के विरोध में शनिवार को शाहपुरा प्रेस क्लब के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश आर्य को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रेस क्लब अध्यक्ष चांदमल मूंदड़ा, महासचिव मूलचंद पेसवानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गणेश सुगंधी, उपाध्यक्ष राजेंद्र पाराशर, कोषाध्यक्ष सूर्यप्रकाश आर्य और संगठन सचिव अनुज कांटिया मौजूद रहे। उन्होंने इस घटना को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए राज्य सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
गंगापुर के तहसील-उपपंजीयक कार्यालय की समस्याओं को लेकर पत्रकार दिनेश चैहान एक चैनल के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे थे। इस कवरेज से नाराज होकर सहाड़ा की तहसीलदार ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करा दी। इसके बाद गंगापुर पुलिस ने बिना किसी उच्चस्तरीय अनुमति के आनन-फानन में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सरकार के आदेशों की अनदेखी का आरोप
ज्ञापन में यह उल्लेख किया गया कि राज्य के गृह राज्य मंत्री ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि पत्रकारों की रिपोर्टिंग के दौरान उनके मान-सम्मान का विशेष ध्यान रखा जाए। यदि किसी कारणवश पत्रकार पर मामला दर्ज होता है, तो उसकी जांच पुलिस के जिला अधिकारी करेंगे और उनकी अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं की जाएगी। इसके बावजूद गंगापुर पुलिस ने आधी रात को घर में घुसकर पत्रकार को अपमानित करते हुए गिरफ्तार कर लिया, जो कि निंदनीय है।
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें
शाहपुरा प्रेस क्लब ने ज्ञापन के माध्यम से राज्य सरकार से मांग की है कि-
गंगापुर पुलिस और तहसीलदार सहाड़ा के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
गंगापुर पुलिस एसएचओ को अविलंब हटाया जाए।
तहसीलदार की कार्यप्रणाली और उनके खिलाफ लंबित मामलों की जांच करवाई जाए।
पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए।
पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किसी जिला स्तरीय अधिकारी से करवाई जाए।
मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला बर्दाश्त नहीं-प्रेस क्लब शाहपुरा
प्रेस क्लब शाहपुरा ने सरकार से अनुरोध किया कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि इस मामले में शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं की गई तो प्रदेशभर के पत्रकार बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। प्रेस क्लब शाहपुरा ने कहा है कि यह मामला न केवल पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है, बल्कि कानून व्यवस्था की गंभीर खामियों को भी उजागर करता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।