पाप शरीर नहीं विचार करते है - स्वामी चैतन्यानंद

भीलवाडा। श्री रामधाम रामायण मण्डल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चल रहे चातुर्मास प्रवचन में खरगोन नर्मदा तट के स्वामी चैतन्यानन्द गिरी ने कहा कि पाप शरीर नही करता, विचार करते हैं । और गंगा विचारों को नहीं शरीर को धोती है । प्रार्थना शब्दो से नही बल्कि दिल से होनी चाहिये । ईश्वर उनकी भी सुनते है जो बोल नहीँ पाते।

समस्या का समाधान इस बात पर निर्भर करता है कि, हमारा सलाहकार कौन है । ये बहुत महत्वपूर्ण है । क्योंकि दुर्योधन शकुनि से सलाह लेता था, और अर्जुन श्री कृष्ण से सलाह लेते थे। प्रवचन के दौरान श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा कीर्तन भी जारी रहा।प्रवचन रोज सुबह 9 बजे हो रहे है।

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