राजकीय विद्यालय गुलमंडी में भगिनी निवेदिता जयंती कार्यक्रम संपन्न

भीलवाड़ा |राष्ट्र सेविका समिति भीलवाड़ा तरुणी विभाग द्वारा राजकीय विद्यालय गुलमंडी में भगिनी निवेदिता जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्र सेविका समिति भीलवाड़ा विभाग बौद्धिक प्रमुख नीलू मालू ने अपने बौद्धिक के द्वारा भगिनी निवेदिता के संपूर्ण जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भगिनी निवेदिता एक ब्रिटिश आयरिश सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षिका, लेखिका एवं स्वामी विवेकानंद की प्रमुख शिष्या थी। सभी धर्म व विज्ञान के अध्ययन के पश्चात उन्हें अनुभव हुआ कि उनकी सत्य की खोज भारतीय संस्कृति के अध्ययन से ही समाप्त होगी और यह कार्य वह स्वामी विवेकानंद के मार्गदर्शन में ही कर सकती हैं। इसी सत्य की खोज में 1898 में वे अपने देश व परिवार को छोड़कर भारत आ गई। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के साथ संपूर्ण भारत की यात्रा की। भारतीय संस्कृति का गहन अध्ययन किया और उसके बाद अपने लेखन द्वारा भारतीय समाज में भारत की संस्कृति और समृद्ध विरासत के प्रति चेतना जगाई। उन्होंने बालिका विद्यालय की स्थापना की, जिसका उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं बल्कि बालिकाओं में आत्मनिर्भरता और राष्ट्र प्रेम की भावना जगाना था। भगिनी निवेदिता ने स्वामी विवेकानंद के पुरुषार्थ की भावना को अपना जीवन लक्ष्य बनाया और स्वदेशी आंदोलन में भारतीयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया। उनका संपूर्ण जीवन भारत के पुनरुद्धार और सभ्यतागत पुनरुत्थान के लिए पूरी तरह समर्पित था। नीलू मालू ने ऐसे सार्थक आयोजन के लिए विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता जीनगर को बधाई देते हुए छात्राओ को प्रेरित करते हुए कहा कि भगिनी निवेदिता जयंती पर हम उनके जीवन से प्रेरणा लेकर सुदृढ़ राष्ट्र के निर्माण में अपनी क्षमता का उचित उपयोग कर सहयोग करें।
