खेल हमें अनुशासन के साथ-साथ जीवन जीना भी सिखाता है - विधायक कोठारी
भीलवाड़ा । खेल हमें अनुशासन के साथ-साथ जीवन जीने की कला भी सिखाता है।खेल को जीवन में अपनाने से तन और मन स्वस्थ बनते है । यह बात रा उ मा वि प्रताप नगर में आयोजित 68 वीं राज्य स्तरीय 17 व 19 वर्ष छात्र-छात्रा सेपक टकरा प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए भीलवाड़ा शहर विधायक अशोक कोठारी ने कही ।
17 से 23 सितंबर तक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापनगर भीलवाड़ा में आयोजित की जा रही इस प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण डाड ने की । विशिष्ट अतिथि भीलवाड़ा नगर निगम के महापौर राकेश पाठक, विवेकानंद केंद्र के प्रांत प्रमुख भगवान सिंह चौहान, पूर्व शिक्षा अधिकारी डॉ शंकर लाल माली, पार्षद लव कुमार जोशी व राजेंद्र पोरवाल, ओम प्रकाश जैन,रामपाल असावा,कैलाश चंद्र सुथार, हेमेंद्र सिंह राणावत,अभिजीत सारडा, डॉ हिम्मत सिंह कानावत थे । विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. शंकर लाल माली ने अपने उद्बोधन में खिलाड़ियों को खेल भावना से खेल खेलते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने की बात कही।मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व संयुक्त निदेशक प्रतिनिधि डॉ रामेश्वर प्रसाद जीनगर ने स्वागत उद्बोधन देते हुए प्रतियोगिता का परिचय दिया । पुनीत कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि कोठारी द्वारा सलामी मंच पर प्रतियोगियों द्वारा अभिमुख प्रयाण की सलामी ली एवं ध्वजारोहण किया ।समारोह के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण डाड ने खिलाड़ियों को अनुशासन व खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाई।पीएम श्री रा बा उ मा वि बापूनगर की छात्राओं द्वारा समूह नृत्य के साथ गणेश वंदना की प्रस्तुति दी गई । व्याख्याता शारीरिक शिक्षक डॉ तेजराज मेवाड़ा ने बताया कि इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों की छात्र वर्ग की 71 और छात्रा वर्ग की 86 टीमों सहित कुल 157 टीमों के 785 खिलाडी भाग ले रहे है ।
संयोजक चयन समिति राजेंद्र सिंह व गोविंद स्वरूप पाठक ने दैनिक खेल कार्यक्रम की घोषणा करते हुए खिलाड़ियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।संयुक्त संचालन सचिव एवं आयोजक प्रधानाचार्य समीउल रहमान ने सभी का आभार व्यक्त किया। समारोह का सफल संचालन वीरेंद्र शर्मा ने किया ।उद्घाटन समारोह में नंदकिशोर जोशी, सीमा राठी,विवेक निमावत, राजेंद्र तिवारी राजेंद्र शर्मा,गोपाल लाल भट्ट,मितेश व्यास,सुनील डाड, किशन राजोरा, गोविंद स्वरूप पाठक, डॉ नारायण लाल गाडरी आदि का विशेष सहयोग रहा ।