नौगांवा में सजेगी ब्रज की अलौकिक झांकियां, जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की अनूठी तैयारी

भीलवाड़ा । सांवलिया सेठ मंदिर ट्रस्ट नौगांवा की ओर से माधव गौशाला स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में इस वर्ष जन्माष्टमी महोत्सव की अनूठी छटा बिखरेगी। वृंदावन धाम के सिद्ध कारीगरों द्वारा तैयार की गई विशेष विद्युत चलित झांकियां श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ प्रदर्शित की जाएंगी। यह दो दिवसीय महोत्सव 16 और 17 अगस्त को श्रद्धा और भक्ति के दिव्य सागर में गोता लगाने का अवसर प्रदान करेगा। आयोजन का श्रीगणेश बच्चों की कृष्ण सज्जा प्रतियोगिता से होगा, जिसमें बाल गोपाल और राधा रानी के मनमोहक स्वरूप नजर आएंगे।

झांकियां: वृंदावन के कारीगरों की अद्भुत कला

इस वर्ष महोत्सव का मुख्य आकर्षण वृंदावन के कलाकारों द्वारा तैयार की गई चलित झांकियां होंगी। इन झांकियों में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का सजीव चित्रण देखने को मिलेगा, जो भक्तों को सीधे ब्रज धाम की अनुभूति कराएंगी। शहर के गणमान्य नागरिक इन झांकियों का शुभारंभ नाथद्वारा के श्रीनाथ मंदिर में होने वाली झांकियों की तर्ज पर करेंगे, जो अपने आप में एक गौरवशाली क्षण होगा। रसायन शाला के विशाल हॉल में 10 प्रकार की आकर्षक झांकियां भक्तों के मन को मोह लेंगी।

16 अगस्त: बाल गोपाल का प्राकट्य महोत्सव

महोत्सव के पहले दिन 16 अगस्त को धार्मिक अनुष्ठानों की शृंखला शुरू होगी। सुबह 7 बजे: भगवान श्री सांवलिया सेठ का पवित्र दुग्धाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ठाकुर जी को मनमोहक झूले में विराजित कर झुलाया जाएगा। शाम 5 बजे: बालकृष्ण और राधाकृष्ण के स्वरूपों में बच्चों के लिए कृष्ण सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रतियोगिता शाम को 5 बजे से होगी। बालकृष्ण व राधाकृष्ण बनकर बच्चे आएंगे। प्रतियोगिता तीन वर्गों में होगी। 0- 3 वर्ष के बालक बालिकाएं, 4 से 10 वर्ष के बालक बालिकाएं व 11 से 18 वर्ष तक के बच्चे इसमें भाग लेंगे। प्रथम द्वितीय आने वालों को पुरस्कार दिया जाएगा। प्रतियोगिता में पंजीयन के लिए गायत्री देवी आचार्य गुनमाला अग्रवाल व सुचिता कोगटा से संपर्क किया जा सकता है।

मध्य रात्रि मंदिर को जेल का स्वरूप दिया जाएगा, जहां ठीक रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य महोत्सव मनाया जाएगा। इस पावन अवसर पर महाआरती के बाद पंजरी की महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा।

17 अगस्त: चलित झांकियों के अनवरत दर्शन

दूसरे दिन, 17 अगस्त को सुबह 10 बजे से दिनभर वृंदावन के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गई चलित झांकियों के दर्शन होंगे। यह झांकियां निरंतर चलती रहेंगी, जिससे सभी श्रद्धालु आराम से भगवान की लीलाओं का आनंद ले सकेंगे। इस दौरान भी भक्तों में पंजरी का प्रसाद वितरित किया जाएगा।

अन्य प्रमुख आकर्षण एवं व्यवस्थाएं

किड्स किंगडम स्कूल के बच्चे कृष्ण-अर्जुन संवाद और रासलीला की प्रस्तुति देंगे। पहले दिन मंदिर को सूखे मेवों से और दूसरे दिन मोर पंखों से सजाया जाएगा। नौगांवा चौराहे से मंदिर तक का पूरा मार्ग विशेष विद्युत सज्जा से जगमगाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चौराहे से मंदिर तक ई-रिक्शा की निःशुल्क व्यवस्था की गई है।

24 समितियों के 150 कार्यकर्ता और गुरु कानिफनाथ घुमंतू छात्रावास के विद्यार्थी इस पुण्य आयोजन में अपनी सेवाएं देंगे।

महोत्सव को सफल बनाने में ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी, महामंत्री कैलाश डाड, कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश आगाल, कार्यक्रम संयोजक राकेश तिवारी, सह संयोजक जितेंद्र सिंह, शिव ईनानी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे हुए हैं।

Tags

Next Story