अंधविश्वास ! चौराहों तिराहों पर अब नजर आने लगे है टोटके, डर बताकर लूटा जा रहा है लोगों को

भीलवाड़ा । पिछले कुछ सालों से तंत्र मंत्र और टोटकों का प्रचलन बढ़ा है और चौराहों तिराहों व घरों के बाहर नींबू, मिर्च, मटकी और पुतले देखने को मिलने लगे है। इससे लोगों में दहशत भी बढ रही है। वहीं यह भी चर्चा है कि तंत्र मंत्र की क्रिया का दिखावा कर लोगों को डर बता उन्हें लूटने में कथित तांत्रिक लगे हुए है।
भीलवाड़ा शहर भी इससे अछूता नहीं है। यहां चौराहों तिराहों पर शाम के समय और दोपहर में आधी मटकी, नींबू, मिर्च, चावल व आटे से बने पुतले देखने को मिलने लगे है। आस पास से निकलने वाले लोगों के साथ ही इस क्षेत्र के वाशिन्दों में दहशत बैठने लगी है और इन स्थानों से बचकर निकलने लगे है। इस तरह की क्रियाओं को लेकर अब लोग प्रतिक्रिया भी करने लगे है। यह चर्चा भी है कि छोटे मोटे झगड़ों में पड़ौसी या रिश्तेदार तांत्रिकों का सहारा लेकर अपनी दुश्मनी निकालने का काम करते है। चर्चा तो यह भी है कि मौत की नींद सुलाने के लिए तांत्रिकों को अ'छी खासी रकम भी दी जाती है या यूं कहें वे ठगे जाते है।
शहर के जम्भेश्वर नगर चौराहा, पांसल तिराहा, आजाद नगर, पटेल नगर, द्वारिका कॉलोनी, दादाबाड़ी, गायत्री नगर के कुछ इलाकों में इस तरह के टोटके चौराहों व तिरहों पर देखने को मिलते है। लोगों की माने तो बीमार होने या कुछ अजीब सी हरकत करने पर लोग तांत्रिकों के पास पहुंचते है और कथित तांत्रिक ऐसे लोगों की जेब कैसे खाली करायें उन्हें कई तरह के डर बताते है। शमशान जगाने, वहां क्रियाएं करने के नाम पर अ'छी खासी राशि बचाव के नाम पर वसूली जाती है। कोई आनाकानी करता है तो उसे शमशान में आधी रात को साथ चलने की बात कही जाती है जिससे वे पीछे हटकर जेब में हाथ डाल देता है।
आसींद क्षेत्र के वार्ड 24 की नई आबादी पंचायत समिति के नजदीक आदर्श नगर क्षेत्र में भी पिछले कुछ दिनों से टोटकों का दौर चल रहा है। यहां के रहने वाले एक व्यक्ति ने हलचल को बताया कि कुछ दिनों से आटे के पुतले, तरह तरह के टोटके अनजान व्यक्ति करके जा रहे है। वहां लगाये गए सीसीटीवी में एक व्यक्ति के आते हुए के दृश्य कैद हुए है। गांव के ही एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि लाल कपड़े और मटकी का टोटका घूंघट में आने वाली कुछ महिलाएं करके जा रही है जिससे गांव के लोगों व ब"ाों में डर बैठा हुआ है। इस क्षेत्र के रहने वाले दिनेश ने कहा कि दहशत फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।