बनकाखेड़ा जीएसएस घोटाले की जांच करने पहुंची टीम,व्यवस्थापक अशरफ मेवाती पर लाखों रुपए गबन का आरोप

सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती बनकाखेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर संचालित ग्राम सेवा सहकारी समिति मैं व्यवस्थापक अशरफ मेवाती पर किसानों के केसीसी के पैसे गबन के मामले में राज्य सरकार की शिकायत के बाद आज तहसीलदार के निर्देशन में गठित टीम के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर जांच की ओर किसानों के बयान दर्ज किया । किसानों ने बताया कि व्यवस्थापक अशरफ मेवाती ने किसानों के केसीसी के पैसे को निकाले जिसमें किसानों को कुछ पैसे ही दिए तथा कुछ किसानों को कुछ नहीं दिया, किसानों को बैंक से लगातार नोटिस मिलते रहे, इस पर किसानों ने शिकायत दर्ज कराई । वही किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल ने गत दिनों मुख्यमंत्री कार्यालय पर इसकी शिकायत दर्ज करवाई । मुख्यमंत्री कार्यालय पर शिकायत के बाद आदेशानुसार कोटड़ी तहसीलदार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें नायब तहसीलदार मदनलाल शर्मा, गिरदावर , पटवारी दीपा राठौड़ ने मंगलवार को बनकाखेड़ा जीएसएस पर पहुंचे । जहां किसानों से उनके बयान दर्ज कर रिपोर्ट बनाकर तहसीलदार को सौंपेंगे । वहीं किसानों ने आरोप लगाया कि जब किसान आज जीएसएस में पहुंचे तो पता चला कि जरूरतमंद लोगों को मिलने वाला गेहूं में भी गड़बड़ी पाई गई, जहां 15 हजार किलो गेहूं का स्टॉक बता रहा हैं, वही मौके पर कुछ भी नहीं मिला, कुछ देर बाद 3200 किलो गेहूं उपलब्ध करवायें गए, वही जीएसएस कार्यालय में पड़े दस्तावेजों को देखकर ग्रामीण चकित रह गए, जहां दस्तावेजों को चूहे कुतर कर खराब कर रखे, दस्तावेज जमीन पर पड़े हुए थे । जिससे किसानों के आवश्यक दस्तावेज खराब हो गए । इन सबको देखकर ग्रामीण में आक्रोश फेला है ।।
इनका ये कहना
मुख्यमंत्री कार्यालय में की गई शिकायत की जांच के संबंध में तहसीलदार कोटड़ी के आदेशानुसार जीएसएस बनकाखेड़ा में व्यवस्थापक की अनियमितताओं के संबंध में जांच कमेटी द्वारा शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज कर जांच की गई, जांच रिपोर्ट तहसीलदार कोटड़ी को प्रस्तुत करेंगे और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी ।
नायब तहसीलदार मदन लाल शर्मा
लोगों की शिकायतों की जीएसएस में व्यवस्थापक लोगों के पैसे समय पर पुख्ता नहीं कर रहा था, जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जावे ।
चंद्र प्रकाश गाड़री जीएसएस अध्यक्ष
व्यवस्थापक अशरफ मेवाती द्वारा किसानों के केसीसी के लोन लिए थे, उनको वापस भुगतान नहीं किया गया, किसानों के पैसे निकालने व जमा करवाने दोनों अंगूठे लगा लिए थे, मुख्यमंत्री को शिकायत के बाद टीम जांच करने पहुंची, किसानों को उनका पैसा वापस मिलना चाहिए ।
सुभाष ओझा ग्रामीण
लोगों का अंगूठा लगाकर व्यवस्थापक अशरफ मेवाती पैसे निकाल लेता और लोगों को पर्ची बनाकर कल पैसे देने की बात कहता, जब किसान पैसे लेने आते तो एक-दो दिन बाद आने की कहकर टाल देता, किसानों के बैंकों में ब्याज चल रहे हैं और लोगों को धमकी भी देता है, मुख्यमंत्री को शिकायत के बाद जांच करने की टीम मौके पर पहुंची । जहां आज पता चला कि 15 हजार किलो गेहूं का मशीन स्टॉक बता रही है और मौके पर कुछ भी नहीं मिला, बाद में 3200 किलो गेहूं उपलब्ध करवाया गया ।।
