शक्करगढ़ में निजी स्कूल की मनमानी, बच्चों की जान खतरे में

शक्करगढ़ (सांवरिया सालवी) । क्षेत्र में निजी विद्यालयों की मनमानी का मामला सामने आया है। क्षेत्र में एक निजी विद्यालय से जुड़ी वेन में बच्चों को ढोते देखा गया, जो एलपीजी गैस की गाड़ियों जैसी असुरक्षित प्रतीत हो रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उक्त वेन से करीब 15 बच्चे उतरते दिखाई दिए, जो स्कूल परिवहन नियमों का खुला उल्लंघन है।
स्थानीय लोगों और अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की जान को जोखिम में डालकर इस तरह का परिवहन किया जा रहा है। वाहनों पर न तो स्कूल वाहन से संबंधित कोई मानक चिन्ह था, न ही सुरक्षा के आवश्यक इंतजाम। ऐसे में किसी भी समय बड़ा हादसा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
नियमों की अनदेखी
स्कूल परिवहन के लिए निर्धारित नियमों के अनुसार वाहन की फिटनेस, निर्धारित क्षमता, प्रशिक्षित चालक और सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है, लेकिन यहां इन सभी नियमों की अनदेखी सामने आई है। इसके बावजूद संबंधित विभाग और प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं होना निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
अभिभावकों में आक्रोश
घटना के बाद अभिभावकों में रोष है। उनका कहना है कि बच्चों का भविष्य और सुरक्षा दोनों ही दांव पर लगाए जा रहे हैं। कई बार शिकायतों के बावजूद ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिससे निजी स्कूलों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।
कार्रवाई की मांग
अभिभावकों और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि असुरक्षित स्कूल वाहनों पर तत्काल रोक लगाई जाए, दोषी स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की जाए और क्षेत्र में स्कूल वाहनों की विशेष जांच कराई जाए। अब सवाल यह है कि क्या किसी बड़ी दुर्घटना के बाद ही प्रशासन जागेगा, या समय रहते बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
क्या मैं ऐसा कर दूँ?
