राज्य कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति समारोह आयोजित करने पर लगी रोक हटाई जाए

भीलवाड़ा भीलवाड़ा जिले में सेवानिवृत्ति समारोह आयोजित करने पर जिला कलक्टर भीलवाड़ा ने रोक लगाई गई इसमें सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारी के साथ साथ सभी राज्य कर्मचारियों में मायूसी छा गई है। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ भीलवाड़ा के जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि इस आदेश के विरोध में राज्य कर्मचारी महासंघ भीलवाड़ा का प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्ट्री कार्यालय पर एकत्रित होकर विरोध स्वरूप जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन अति जिला कलक्टर शहर को दिया। इस आदेश से अब राज्य कर्मचारी ढोल-नगाड़े बजाकर विदाई नहीं ले सकेंगे क्योंकि यह ‘ध्वनि प्रदूषण’ है, इस आदेश से तो ऐसा लग रहा है जैसे अब इंसानों की भावनाये भी डेसिबल मीटर से नपेगी, 40 साल तक निष्ठापूर्ण कार्य करने के बाद आख़िरी दिन ढोल बजाया तो ध्वनि प्रदूषण हो गया, राज्य कर्मचारी कार्य करते हुए अपनी पूरी जिंदगी कार्यस्थल पर निकाल देता है, वहां से उसकी सेवानिवृत्ति पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, यह प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी का अधिकार है कि जिन अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ कार्य करते हुए वह सेवानिवृत्त होता है, वहां से ससम्मान विदा किया जाए, उसके कार्यकाल के अंतिम दिवस पर उसके सहयोगी कर्मचारियों की भी भावना होती है कि वह उसे ससम्मान विदाई दे ओर यही भावनाएं परिजनों की। जिला मंत्री नारायण लाल गुर्जर ने राज्य कर्मचारियों की भावनाओं के दृष्टिगत रखते हुए उक्त आदेश को प्रत्याहारित करने की मांग रखी। ज्ञापन देते समय प्रतिनिधिमंडल में कानूनगो संघ के जिलाध्यक्ष नारायण लाल गुर्जर, पटवार संघ जिलाध्यक्ष सत्यनारायण उपाध्याय, शिक्षक संघ (शेखावत) सत्यनारायण शर्मा, नल मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल शर्मा, आई टी यूनियन से जितेंद्र जैन, ऋषि बागेला रंग लाल बलाई आदि उपस्थित रहे।