विद्यालय गेट पर बोर्ड ही उल्टा लग रहा, जिला कलेक्टर ने भी किया निरीक्षण लेकिन आज तक किसी का ध्यान नही गया

गंगरार- विद्यालय गेट पर बोर्ड ही उल्टा लग रहा, जिला कलेक्टर ने भी किया निरीक्षण लेकिन आज तक किसी का ध्यान नही गया। उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत आजोलिया का खेड़ा में स्थित राजकीय विद्यालय जिसका हाल ही में जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने अपने अमले के साथ निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर के साथ उपखंड अधिकारी पंकज बड़गूजर, तहसीलदार पुष्पेन्द्र सिंह, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, एडीपीसी प्रमोद दशोरा तथा जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की भवन की स्थिति अत्यंत जर्जर पाई गई। इस अवसर पर जिला कलक्टर आलोक रंजन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जब तक विद्यालय को अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक विद्यार्थियों को जर्जर भवन वाले हिस्से में प्रवेश नहीं करने दिया जाए और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए।
ग्राम पंचायत क्षेत्र के इस विद्यालय ने कई स्वतंत्रता दिवस तो कई गणतंत्र दिवस देखे है। सरपंच, वार्ड पंच सहित ग्रामवासियों का भी यहां आना जाना लगा रहता है। जिला सहित उपखंड स्तर के अधिकारी भी यदा कदा यहां अपना दौरा करते रहते है तो विधायक और सांसद जैसे बड़े नेता भी यहां आ चुके है। जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने भी यहां का दौरा किया है लेकिन जिस मुख्य गेट से वो गुजरे शायद जिला कलक्टर और आज तक जितने भी लोग यहां विद्यालय के बाहर से गुजरे या अंदर गए शायद किसी की नजर विद्यालय के मेन गेट पर लगे उस बोर्ड पर नहीं पड़ी जिस विद्यालय के बोर्ड पर विद्यालय का नाम उल्टा टंगा पड़ा है। या यू कहे जानकर अनजान बने रहे। अब चौंकिए मत अगर बोर्ड उल्टा लगा रखा तो ये सोचिए कि यहां कैसी शिक्षा का ज्ञान प्रदान किया जाता होगा। बड़ा सवाल यह है कि आज तक इस उल्टे टांगे गए बोर्ड को क्यों नजर अंदाज किया जाता रहा है, यह एक सोचनीय विषय के साथ क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।