मृत्युभोज प्रथा के विरुद्ध मारू भाम्बी विकास सेवा संस्थान के प्रयासों का दिखा प्रभाव

भीलवाड़ा। मारू भाम्बी विकास सेवा संस्थान भीलवाड़ा द्वारा सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध चलाया जा रहा अभियान अब प्रभाव दिखाने लगा है। संस्थान के पदाधिकारी लगातार समाजजनों को जागरूक कर मृत्युभोज जैसी प्रथाओं को समाप्त करने की दिशा में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में ऊँचा ग्राम में समाजसेवी नारायण लाल मारू के पिताजी एवं संस्थान के वरिष्ठ सदस्य स्वर्गीय उदयराम मारू के निधन पर उनके परिवार को मृत्युभोज नहीं करने का संकल्प दिलाया गया।
संस्थान के अध्यक्ष कन्हैयालाल पंवार ने बताया कि स्वर्गीय उदयराम मारू सादा जीवन और उच्च विचारों वाले व्यक्तित्व थे। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार परिवार ने रूढ़िवादी मृत्युभोज और गंगोज जैसे भोज कार्यक्रमों को पूरी तरह अस्वीकार किया है। नारायण लाल मारू एवं उनके परिवार का कहना है कि वे पिछले 20 वर्षों से किसी भी मृत्युभोज में शामिल नहीं होते, हालांकि शोक एवं श्रद्धांजलि सभाओं में सद्भावपूर्वक उपस्थित रहते हैं।
शोकसभा में मारू भाम्बी विकास सेवा संस्थान, बुनकर समाज कल्याण समिति, ओसवाल फॉस्कोम इंडिया लिमिटेड, श्री चारभुजा गोपाल गौशाला संस्थान पहुंना, शिक्षक साथियों, ग्राम पंचायत ऊँचा के गणमान्य ग्रामीणों तथा पंचायत समिति राशमी के प्रधान दिनेश कुमार बुनकर ने उपस्थित होकर इस सामाजिक पहल की सराहना की। समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में उठाया गया यह कदम कई परिवारों के लिए प्रेरणास्रोत बनता जा रहा है।
