खेल मैदान पर अतिक्रमण से बच्चों के सपनों पर भारी पड़ा संकट

खेल मैदान पर अतिक्रमण से बच्चों के सपनों पर भारी पड़ा संकट
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शक्करगढ़ (सांवर‍िया सालवी)। राजस्थान सरकार द्वारा स्कूलों और खेल मैदानों को अतिक्रमण मुक्त करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे विशेष अभियान के बावजूद कई ग्रामीण क्षेत्रों में यह प्रयास धरातल पर सफल होता नहीं दिख रहा है। बरोदा पंचायत के **राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तलोदा** में खेल मैदान पर अतिक्रमण के चलते छात्र-छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

विद्यालय में पढ़ने वाले दर्जनों बच्चों ने अब तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है। आगामी माह से शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जा रही खेलकूद प्रतियोगिताओं की तैयारी में छात्र-छात्राएं पूरी लगन से जुटे हैं। वर्तमान में सॉफ्ट बॉल और कबड्डी की तैयारी हो रही है, लेकिन मैदान पर अतिक्रमण के कारण बच्चों के सपनों को पंख नहीं लग पा रहे हैं।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि खेल मैदान की जमीन पर कुछ दबंगों ने कांटे की बाड़, पत्थर और गोबर की रोड़ी डालकर कब्जा कर लिया है, जिससे बच्चों को अभ्यास करने में कठिनाई हो रही है। विद्यालय प्रशासन और ग्रामीणों ने कई बार एसडीएम, तहसीलदार और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को इस समस्या से अवगत करवाया है, लेकिन वर्षों बाद भी कोई समाधान नहीं निकल पाया है।

ग्रामीण और खेल प्रेमी देवराज मीना ने प्रशासन से निवेदन करते हुए कहा, “खेल मैदान पर किए गए अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए ताकि मैदान के चारों तरफ बाउंड्री बनवाई जा सके और बच्चों के लिए उचित खेल सुविधाएं विकसित की जा सकें।”

इस मुद्दे को लेकर अब पूरे गांव में रोष है और ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो वे व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान दें और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करें।

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