मेवाड़ की एकमात्र 3 फीट की चारभुजा नाथ की प्रतिमा जिसमें बने है 10 अवतार
भीलवाड़ा । श्री माहेश्वरी समाज श्री चारभुजा जी बड़ा मंदिर में चारभुजा नाथ के लगभग 8.25 किलो स्वर्ण व रजत पोशाक ट्रस्ट द्वारा बनाई गई है इसमें कुल 750 ग्राम सोना यानी 75 तोला सोना एवं साढे सात किलो चांदी से निर्मित पोशाक स्वर्णिम चतुर्भुज विष्णु रूप में प्रतिमा मनमोहक लग रही है जिसमें कुल सवा 8 किलो चांदी सोना मिलकर पोशाक तैयार करवाई गई है चारभुजा नाथ के स्वर्णिम पोशाक के दर्शन एवं विष्णु के दोनों और 10 अवतार प्रतिमा में स्थित है जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ट्रस्ट द्वारा चार चरणों में बनाई गई पोशाक भीलवाड़ा ,नाथद्वारा व फतेहनगर के विशेष कारीगरो द्वारा बनवाई गई है पहले चरण में चारभुजा नाथ की मूल पोशाक, दूसरे चरण में विष्णु भगवान के दशावतार, तीसरे चरण में मेहराब ,ग्वालों,गाये व चौथे चरण में चारभुजा नाथ के नेत्र ,भौए एवं तिलक सहित स्वर्ण रजत पोशाक में इस प्रतिमा में दर्शन हो रहे हैं इस स्वर्णिम चमत्कारिक प्रतिमा के दर्शन करते ही धन्य हो जाते हैं मूर्ति का आभामंडल इतना तेज है की मूर्ति को लगातार भक्तगण एकटक नहीं देख सकते,इस पोशाक में दर्शन बड़े मंदिर में खास त्योहारो पर ही होते हैं शेष दिनों में यह पोशाक लोकर में रहती है अयोध्या स्थित राम मंदिर में भगवान राम की नई बनाई गई मूर्ति नीलम के पत्थर से ही बनी हुई है साथ हि उसमें 10 अवतार भी बने हुए हैं।
उसी तर्ज पर 3 फीट की यह चारभुजा नाथ की चतुर्भुज विष्णु अवतार में प्रतिमा 290 वर्ष पूर्व विशेष रूप से नीलम के पत्थर से बनाई गई प्रतिमा है ट्रस्ट का दावा है कि यह मेवाड़ की सबसे बड़ी और 10 अवतार की एकमात्र प्रतिमा है जिसे रजत एवं स्वर्ण पोशाक धारण कराई गई है।