प्रधानाचार्य ने पेश की सादगी और समर्पण की मिसाल, स्वयं की विद्यालय परिसर में सफाई

भगवानपुरा (कैलाश शर्मा)। माण्डल ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सीड़ियास में उस समय प्रेरणादायी दृश्य देखने को मिला, जब विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अभाव के बावजूद संस्था प्रधानाचार्य एवं पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) बद्रीलाल डाकोत ने स्वयं झाड़ू उठाकर अपने कार्यालय, बरामदे और सीढ़ियों की सफाई की। गुरुवार को कार्यालय परिसर में गंदगी देखकर तथा बच्चों की परीक्षाएं चलते होने के कारण उन्होंने बिना विलंब सफाई कार्य में खुद को लगा दिया।
प्रधानाचार्य डाकोत ने अपने कार्य से यह संदेश दिया कि व्यक्ति का पद बड़ा नहीं होता, बल्कि उसके कर्म महान होते हैं। उन्होंने यह भी साबित किया कि कार्य ही पूजा है और जिम्मेदारी सबसे पहले होती है। विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सभी पद रिक्त हैं, ऐसे में बच्चों की परीक्षाओं के दौरान स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए उनका आगे आना सराहनीय पहल है।
उन्होंने अपने कर्म से “यद्यपि मैं संस्था प्रधान हूं, तथापि संस्था मेरे लिए प्रधान है” की भावना को साकार किया। उनके इस कदम को देखकर अन्य कार्मिकों को भी प्रेरणा मिली है। विद्यालय में मौजूद लोगों ने प्रधानाचार्य की इस सोच और कार्य की प्रशंसा की तथा इसे वास्तविक कर्मशीलता और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल बताया।
