बाणमाता के यहां तेज गति से बन रहा क्षेत्र का पहला पक्षी घर

बाणमाता के यहां तेज गति से बन रहा क्षेत्र का पहला पक्षी घर
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आकोला( रमेश चंद्र डाड) मेवाड़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाणमाता शक्तिपीठ गोवटा बांध के यहां अब शीघ्र ही बेजुबान हजारों पक्षियों को सुरक्षित रहने के लिए पक्षी घर उपलब्ध हो जाएगा। पक्षी घर का निर्माण कार्य बाणमाता शक्तिपीठ प्रबन्ध एवं विकास संस्थान के सानिध्य में तेज गति से हो रहा है।

बाणमाता शक्तिपीठ प्रबन्ध एवं विकास संस्थान के अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि बाणमाता के यहां निर्मित होने वाला पक्षी घर मांडलगढ़ उपखण्ड क्षेत्र का पहला पक्षी घर होगा। इसके निर्माण पर 4 लाख 50 हजार रूपये व्यय होंगे।

अत्यधिक आकर्षक और सुन्दरता की प्रतिमूर्ति होगा पक्षी घर। पक्षी घर की ऊंचाई भूतल से 58 फीट होगी। भूमि के नीचे 8 फीट का निर्माण किया गया है। यह साढ़े छह मंजिला का बन रहा है। इसमें एक साथ लगभग 3 हजार पक्षी विश्राम कर सकेंगे। पक्षियों को हिंसक जीव जंतुओं से खतरा नहीं होगा।

पक्षी घर में पक्षियों के खाने के लिए प्रतिदिन 50 किलोग्राम अनाज का दाना भी रखा जा सकेगा। दान चुग कर पक्षी उन्मुक्त जीवन जी सकेंगे।

बाणमाता के यहां निर्मित होने वाले पक्षी घर के शिल्पकार अगरपुरा के नारायण भदाला है। भदाला अब तक 21 पक्षी घर बना चुके है और 3 पक्षी घर निर्माणाधीन है।

भदाला ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया से पक्षी घर की प्रेरणा मिली। एक ही वर्ष में 21 पक्षी घर बनाए।

गो माता और पक्षियों की सेवा के लिए अब तक 1 करोड़ 70 लाख रूपये व्यय कर मवेशियों के पीने के पानी की खेल , प्याऊ और वाटर कूलर लगाने के कार्य कर चुके है।

बाणमाता के यहां जहां एक ओर अलौकिक दैवीय चमत्कारों से पक्षाघात सहित अन्य व्याधियों से पीड़ित रोगियों का उपचार होता है। अब बेजुबान पक्षियों को भी उन्मुक्त जीवन जीने का अवसर मिलेगा। उन्हें खास सामग्री भी भरपूर मिलेगी।

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