भीलवाड़ा में विवाह की रौनक,: 16 नवंबर से शादी मुहूर्त लेकर आए खुशियों का दौर

16 नवंबर से शादी मुहूर्त लेकर आए खुशियों का दौर
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भीलवाड़ा। शादी का मौसम आते ही शहर में तैयारियों का उत्साह बढ़ गया है। चातुर्मास के समाप्त होने के बाद स्थानीय परिवार अपने बच्चों के विवाह की तैयारियों में जुट गए हैं। सनातन परंपरा में विवाह को सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण कर्म माना जाता है। इसके सफल आयोजन और वर-वधु के सुखी वैवाहिक जीवन के लिए शुभ तिथि और मुहूर्त निकालना आवश्यक है।

ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस महीने विवाह के लिए पूरे 16 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। 16 नवंबर से सूर्य के तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करने के साथ ही शादी-विवाह का शुभ दौर आरंभ होगा। वहीं 15 दिसंबर के बाद शुक्र ग्रह के अस्त और वृद्धत्व दोष के कारण विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों में ब्रेक लगेगा।

स्थानीय विवाह आयोजक ने बताया कि शहर के प्रमुख विवाह हॉल में इस समय कई परिवारों ने अपने कार्यक्रम बुक कर लिए हैं। हलवाई और सजावट सेवाओं में भीड़ बढ़ गई है, और बाजार में जोधपुरी शादी के परिधान, गहने और सजावटी सामान की खरीदारी जोरों पर है।

ज्योतिषियों के अनुसार विवाह के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और मीन लग्न अनुकूल माने जाते हैं। नक्षत्रों में अश्विनी, रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, चित्रा, स्वाति, श्रवणा, अनुराधा, उत्तराफाल्गुन, उत्तरा भद्र और उत्तरा आषाढ़ शुभ माने जाते हैं।

स्थानीय लोग इस समय को विशेष रूप से महत्व दे रहे हैं। भीलवाड़ा के निवासी नंदलाल शर्मा ने कहा, “हमने अपने बेटे की शादी 20 नवंबर को तय की है। यह मुहूर्त परिवार और समाज दोनों के लिए उत्तम माना गया है। अब हलवाई, सजावट और संगीत की तैयारी शुरू कर दी है।”

ज्योतिष और स्थानीय आयोजकों की सलाह के अनुसार, यह समय भीलवाड़ा में विवाह के लिए परफेक्ट माना जा रहा है। 15 दिसंबर के ब्रेक तक परिवार पूरी तैयारी कर सकते हैं, ताकि शादी समारोह किसी भी बाधा के बिना संपन्न हो सके।


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