जोरा का खेड़ा ग्रामवासियों ने ज्ञापन देकर यथावत रखने की मांग की

फूलियाकलां (राजेश शर्मा)। सोमवार को फूलियाकलां उपखंड कार्यालय पर जोरा का खेड़ा ग्राम के निवासियों ने जिलाधीश भीलवाड़ा जसमीत सिंह संधू के नाम उपखंड अधिकारी ओम प्रकाश जाट को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि राजस्व ग्राम जोरा का खेड़ा को ग्राम पंचायत धनोप में यथावत रखा जाए। राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन कार्यक्रम के तहत राजस्व ग्राम जोरा का खेड़ा को नवीन ग्राम पंचायत खेड़ा हेतम में शामिल कर दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में भी पुनर्गठन के समय इस फैसले का विरोध किया गया था और इसे लेकर उन्हें ज्ञापन सौंपना पड़ा।
ग्रामवासियों ने बताया कि जोरा का खेड़ा से खेड़ा हेतम जाने के मार्ग में खारी नदी और एनिकट आने के कारण आमजन के लिए पहुंचना मुश्किल है। खेड़ा हेतम पहुंचने के लिए धनोप के रास्ते से जाना पड़ता है, जो लगभग 13-14 किलोमीटर लंबा है, जबकि जोरा का खेड़ा से धनोप की दूरी केवल 3 किलोमीटर है। इससे ग्रामीणों का समय और धन दोनों व्यर्थ खर्च हो रहा है।
स्थानीय और जिला प्रशासन को कई बार लिखित निवेदन देने के बावजूद राजनीतिक निर्णय के कारण जोरा का खेड़ा को नवीन ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया है, जो आमजन के हितों के विपरीत है। ग्रामीणों ने जनहित को ध्यान में रखते हुए राजस्व ग्राम जोरा का खेड़ा को यथावत ग्राम पंचायत धनोप में रखने की मांग की।
ज्ञापन सौंपने के दौरान शिवराज गुर्जर, घेवर जोशी, नारायण मोटर, रामस्वरूप गुर्जर, रामप्रसाद, देवी गुर्जर, रोडू गुर्जर, सांवरा, ओम प्रकाश, रघुनाथ, बाबूलाल, कालू, सूरजकरण, उदा, लाला, घासी गुर्जर, माहाराम मोटर, हेमराज, गोपाल, मातिर जोशी, सोराम गुर्जर सहित अन्य ग्रामवासी मौजूद रहे।
