लांगरो का खेड़ा के ग्रामीणों ने नीम पंचायत में शामिल होने से किया इनकार
भीलवाड़ा। राजस्थान पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 101 के तहत प्रस्तावित पंचायत पुनर्गठन में ग्राम लांगरो का खेड़ा उर्फ अश्यापुर को नीम ग्राम पंचायत में शामिल करने का विरोध ग्रामीणों ने किया है। उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि गांव को पूर्ववत धुंवाला ग्राम पंचायत में ही रखा जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि लांगरो का खेड़ा शुरू से धुंवाला पंचायत का हिस्सा रहा है, जबकि नीम पंचायत गांव से 9-10 किलोमीटर दूर है। वहां तक कोई सीधी सड़क या आवागमन की सुविधा नहीं है, जिससे आमजन, विशेषकर महिलाएं, बुजुर्ग और छात्र-छात्राओं को परेशानी होगी।
गांव की अधिकांश कृषि और आवासीय भूमि, श्मशान घाट, चरागाह भूमि तथा सामाजिक जुड़ाव धुंवाला पंचायत से है। नीम पंचायत में शामिल करने से भविष्य में पशुपालन, नरेगा कार्य और अन्य सुविधाओं में बाधा आ सकती है।
ग्रामीणों ने आग्रह किया है कि प्रस्तावित पुनर्गठन को रद्द करते हुए ग्राम लांगरो का खेड़ा को पूर्ववत धुंवाला ग्राम पंचायत में ही शामिल रखा जाए।