हज यात्रा के इस बार:बदले नियम: पंजीकरण शुल्क समाप्त, सुविधा शुल्क हुआ दोगुना
भीलवाड़ा। हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से इस बार हज यात्रियों के लिए नई नियमावली के साथ गाइडलाइन जारी की गई है। इस बार सरकार ने जहां पंजीकरण शुल्क समाप्त किया है, वहीं सुविधा शुल्क को दोगुना कर दिया है। इस बार 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के जायरीनों के अकेले जाने पर पाबंदी होगी। पहले यह आयु सीमा 70 वर्ष थी।
हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से हज यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन नौ सितंबर तक मांगे गए हैं। सरकार ने हज यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए लगने वाले 300 रुपये के पंजीकरण शुल्क को खत्म करते हुए सुविधा शुल्क एक हजार की जगह दो हजार रुपये कर दिया है। यात्रा के दौरान अब पति-पत्नी एक कमरे में नहीं रह सकेंगे। यह फैसला हज कमेटी ऑफ इंडिया का नहीं बल्कि सऊदी अरब सरकार ने लिया है।
यात्रियों को एक बिल्डिंग में ठहराया जाएगा
सऊदी सरकार के मुताबिक पुरुष, महिला के कमरे में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। अभी तक हज कमेटी ऑफ इंडिया राज्यवार महिला-पुरुष का ग्रुप बनाकर एक कमरे में ठहराने की व्यवस्था करती रही है। कमेटी की ओर से इस बार जिलेवार हज यात्रियों को एक बिल्डिंग में ठहराया जाएगा। पति-पत्नी के कमरे अगल-बगल रहेंगे।