सावन की दूसरी सोमवारी कल, हरणी महादेव और तिलस्वां में उमड़ेगी भक्तों की भीड़, गूजेंगे बम-बम भोले के उद्घोष

भीलवाड़ा । सावन के दसरे सोमवार पर कल भोले बाबा के भक्तों का हरणी महादेव, तिलस्वा महादेव, पातोला महादेव और अन्य शिवालयों में रैला उमड़ेगा। दूसरे सोमवार को लेकर शिवालयों में तैयारियां की जा रही है। जहां बम-बम भोले, ओम नम: शिवाय के उद्घोष गूंजेंगे और बाबा को जलाभिषेक किया जाएगा।
सावन के दूसरे सोमवार को लेकर हरणी महादेव में भगवान शिव का बिल्व पत्र और आकर्षक फूलों से श्रंगार किया जाएगा । मंदिर के ट्रस्टी महादेव जाट ने बताया कि सोमवार को बड़े तड़के से ही भक्तों का आना शुरू हो जाता है और लम्बी कतारें लगती है। इसे लेकर अभी से तैयारियां की जा रही है।
तिलस्वां महादेव मंदिर के सचिव मांगीलाल धाकड़ ने बताया कि इस साल सावन के महीने में चार सोमवार हैं और इस बार दूसरे सोमवार को लेकर भगवान शिव नए रूप में सजाए जायेंगे। वहीं यहां आने वाले भक्तों के लिए पूरे सावन विशेष व्यवस्था की जा रही है।
दूसरी ओर शहर के नर्बदेश्वर महादेव, पीपलेश्वर महादेव, पातोला महादेव, नीलकंठ महादेव के साथ ही अन्य शिवालयों में भी दूसरे सोमवार को लेकर बड़ी संख्या में भक्त पहुंचेंगे। शिवालयों में दिन भर ओम नम: शिवाय और बम-बम भोले के उद्घोष गूंजेंगे।
सावन के दूसरे सोमवार को करने योग्य शुभ कार्य:
सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
प्रातःकाल स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें।
साफ और शुद्ध वस्त्र पहनें संभव हो तो सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें।
व्रत रखने का संकल्प लें: "मैं आज सोमवार का व्रत भगवान शिव को समर्पित करता/करती हूं।"
घर या मंदिर में इस विधि से करें भगवान शिव की पूजा
पूजन सामग्री:
बेलपत्र (3 पत्तों वाला), जल, दूध, दही, शहद, घी, गंगा जल, सफेद फूल, धतूरा, आक का फूल, अक्षत, रोली, चंदन, भस्म, नारियल, फल और दूध से बनी कोई भी मिठाई अथवा खीर।
सावन के दूसरे सोमवार पर इस विधि से करें पूजा:
शिवलिंग पर सबसे पहले जल चढ़ाएं।
फिर दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से अभिषेक करें।
बेलपत्र अर्पित करें ॐ नमः शिवाय कहते हुए।
भस्म और चंदन लगाएं।
दीपक जलाएं, धूप दें और शिव जी की आरती करें।
एक रुद्राक्ष माला लें और एकाग्र होकर शिव नाम का जाप करें। 108 बार ॐ नमः शिवाय का जाप करें।
सावन सोमवार व्रत कथा पढ़ने के बाद रुद्राष्टक या शिव चालीसा पढ़ें।
शिव पार्वती की युगल पूजा करें
अविवाहित कन्याएं इस दिन शिव-पार्वती का पूजन करके उत्तम वर की कामना करती हैं। विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सौभाग्य के लिए व्रत करती हैं।
सात्विक भोजन या उपवास करें
यदि व्रत कर रहे हैं तो सिर्फ फलाहार करें: फल, दूध, साबूदाना, सिंघाड़ा आटा आदि। व्रत न हो तो भी लहसुन-प्याज रहित सात्विक भोजन करें।
इन चीजों का दान
शिव जी को गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने वाले व्यक्ति बहुत प्रिय हैं। सावन के दूसरे सोमवार पर गरीबों को अन्न, वस्त्र या दूध का दान करें। सफेद वस्त्र, दूध, चावल या मिष्ठान का दान विशेष फलदायी होता है।