भीलवाड़ा में मूसलाधार बारिश: पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा स्थल पर जलभराव, आयोजकों की बढ़ी चिंता

भीलवाड़ा में मूसलाधार बारिश: पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा स्थल पर जलभराव, आयोजकों की बढ़ी चिंता
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भीलवाड़ा,हलचल : भीलवाड़ा में शुक्रवार को हुई तेज मानसूनी बारिश ने जहां एक ओर शहर की सड़कों पर जमा गंदगी को साफ कर दिया, वहीं दूसरी ओर आगामी 9 सितंबर से होने वाली पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के आयोजन स्थल पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।



शहर के मेडिसिटी क्षेत्र में, जहां कथा का भव्य आयोजन होना है, वहां बारिश का पानी भर जाने से पूरा मैदान तालाब का मंजर पेश कर रहा है।



जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को हुई कुछ घंटों की मूसलाधार बारिश के कारण कथा स्थल पर एक से दो फीट तक पानी जमा हो गया है। यह वही स्थान है जिसे पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के लिए तैयार किया जा रहा था। कथा का आयोजन 9 से 15 सितंबर तक प्रस्तावित है और इसके लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं।

जलभराव की इस अप्रत्याशित स्थिति ने आयोजकों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। अब उनके समक्ष न केवल मैदान से पानी की निकासी का प्रबंध करने की जिम्मेदारी है, बल्कि इतने बड़े स्तर पर गीले मैदान को सुखाना भी एक दुष्कर कार्य होगा। कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिसके लिए बैठने और अन्य व्यवस्थाएं की जानी हैं।

इस घटनाक्रम के बाद शहर में और भक्तों के बीच यह चर्चा का विषय बन गया है कि अब कथा का क्या होगा। हालांकि, भक्तों में भगवान शिव के प्रति अटूट आस्था है और उनका मानना है कि भोलेनाथ की कृपा से सब कुछ ठीक हो जाएगा। ऐसी भी चर्चा है कि संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबूगिरी महाराज की इच्छा बालाजी पूरी करेंगे और कथा निर्विघ्न रूप से संपन्न होगी।




आयोजन समिति की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही पानी निकासी और मैदान को सुखाने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है, जो आयोजकों की चिंता को और बढ़ा सकती है। फिलहाल सभी की निगाहें आयोजन समिति के अगले कदम और इंद्रदेव के रुख पर टिकी हैं।

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