यूनेस्को का उद्देश्य क्षेत्रीय परम्परागत रीति-रिवाजों और महापर्वों को बढ़ावा देना: माली

भीलवाड़ा। नवरात्री के अवसर पर जिला यूनेस्को एसोसिएशन द्वारा सामूहिक नृत्य गरबा को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से आयोजित ‘‘गरबा महोत्सव प्रतियोगिता’’ का आयोजन किया जायेगा।

स्टेट फेडरेशन ऑफ यूनेस्को एसोसिएशन इन राजस्थान के प्रदेश संयोजक गोपाल लाल माली ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि यूनेस्को एसोसिएशन पिछले 35 वर्षों से विभिन्न तरह की प्रतियोगिता का आयोजन करती आ रही है। क्योंकि यूनेस्को का उद्देश्य सेवा और सद्भाव के साथ क्षेत्रीय परम्परागत रीति-रिवाजों और महापर्वों को बढ़ावा देना भी है। इसी के अन्तर्गत इस वर्ष नवरात्रि के अवसर नो दिन चलने वाले गरबा नृत्य को प्रोत्साहन देने के लिए गरबा महोत्सव प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में श्रेष्ठ पाण्डल सजावट, श्रेष्ठ सामूहिक गरबा नृत्य व श्रेष्ठ वेशभूषा का निर्णायक कमेटी द्वारा चयन कर उन्हें यूनेस्को की ओर से सम्मानित किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में सामूहिक मण्डल के साथ-साथ, व्यक्तिगत प्रतियोगिता भी आयोजित की जायेगी।

जिला यूनेस्को एसोसिएशन के अध्यक्ष चेतन मानसिंहका ने बताया कि गरबा महोत्सव प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए शीघ्र ही एक निर्णायक कमेटी का गठन किया जायेगा। यह कमेटी नो दिनों तक चलने वाले गरबा स्थल पर जाकर वहां श्रेष्ठ पाण्डाल सजावट के साथ-साथ श्रेष्ठ गरबा नृत्य प्रस्तुति व वेशभूषा का प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थानों का चयन करेगी।

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