वीर शासन जयंति मुनिसंघ के सानिध्य में हर्षोल्लास से मनाई

वीर शासन जयंति मुनिसंघ के सानिध्य में हर्षोल्लास से मनाई
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भीलवाड़ा - श्री सुपार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में वीर शासंति जयंती मुनि अनुपम सागर व मुनि निर्मोह सागर के सानिध्य में संयम भवन में भक्तों ने बड़े ही हर्षोल्लास एवं भक्तिभाव के साथ मनाई।

श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के अध्यक्ष राकेश पाटनी ने बताया कि आज से 2567 वर्ष पूर्व राजागृही के विपुलाचल पर्वत पर श्रावण कृष्ण प्रतिपदा को 24 तीर्थंकर महावीर स्वामी की प्रथम दिव्य ध्वनि प्रसारित हुई, इसलिए यह पवित्र दिन वीर शासन जयंति पर्व के रूप में मनायी जाती है।

मुनि अनुपम एवं मुनि निर्मोह सागर ने धर्मसभा में बताया कि वर्तमान में 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का शासनकाल है, जिन्हें वीर कहते है। भगवान महावीर के उपदेश प्रारंभ होने की तिथि को वीर शासन जयंति कहते है। गौतम स्वामी और उनमें 500 शिष्य भगवान महावीर के समयशरण में आए और दिगम्बर संत बनकर भगवान के प्रमुख गणधर बन गए, तब से भगवान की दिव्यध्वनि खिरने लगी, उनका शासन प्रारंभ हुआ। यह अहिंसा धर्म शासन प्रारंभ हुआ, जिसके कारण अनंत जीवों की मुक्ति का कारण है, इसी की वजह से मानवता टिक्की हुई है।

वीर शासन जयंति पर मुनि अनुपम सागर ने श्राविकाओं (माताओं) को चार माह की कषाय के उपवास की प्रतिज्ञा करवायी। भगवान महावीर के अहिंसा धर्म को पढ़ना, समझना जीवन मंे उतारना और भगवान के शासन को स्वयं उतारेगें और इसकी प्रभावना सारे विश्व में करेगें।

मीडिया प्रभारी भागचन्द पाटनी ने बताया कि दिनांक 13.07.2025 रविवार को मंगल कलश स्थापना समारोह सूर्यमहल शास्त्रीनगर में दोपहर 1.15 बजे से प्रारंभ हो जायेगा। मुनिसंघ सुपार्श्वनाथ मंदिर से विहार करके दोपहर 12.30 बजे सूर्यमहल पहुंचेगें। जिसकी भव्य तैयारियां जोरों पर चल रही है।

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