भीलवाड़ा में बारिश से सब्जियों के दाम बढ़े, दाल से महंगा मिल रहा धनिया और मिर्च, दूध से महंगा बिक रहा है टमाटर
भीलवाड़ा (विजय/सम्पत)। भीलवाड़ा में बारिश के चलते लोकल सब्जियों की आवक कम होने से उनके दाम आसमान छू रहे हैं जिससे आम आदमी की रसोई का बजट बिगड़ गया है। टमाटर गोभी तोरई और धनिया जैसी सब्जियों के दाम में बड़ी बढोतरी हुई है। टमाटर भी लाल होकर दूध से महंगा हो गया है जबकि हरा धनिया और हरी मिर्च दाल से लगभग दुगूनी रेट पर बिक रहा है । अब लोग लिमिट में सब्जियां खरीदने पर मजबूर है । उधर, किसानों का कहना है कि बारिश के कारण फसलें खराब हो गई हैं जबकि व्यापारियों का कहना है कि बाहर से सब्जियां नहीं आ पा रही हैं।
कृषि उपज मण्डी में सब्जी के आढतिया मथुरा लाल ढीबरिया का कहना है कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों से आनी वाली सब्जियां नहीं के बराबर आ रही है । बारिश के चलते आवक कम होने से सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। बारिश के मौसम में धनियां दाल से भी महंगा हो गया है। टमाटर एक हफ्ते पहले 20 रुपये किलोग्राम से बढ़कर 70 रुपये हो गया है। गोभी 80 तो तोरई 80 रुपये किलोग्राम पहुंच गई है।
सांगानेरी गेट मण्डी में सब्जी विक्रेता देऊ माली ने बताया कि छुटकर में आलू व अन्य सब्जियों के साथ मुफ्त मिलने वाला हरी धनियां भी 200 रुपये प्रति किलोग्राम है। हरी मिर्च के भाव भी तीखे हो गए हैं। इससे रसोई का बजट बिगड़ गया है। जबकि
भाव प्रति रुपए किलो
आलू 25
प्याज 25
हरा धनिया 200
ग्वार फली 160
टमाटर 70
हरी मिर्च 120
शिमला 200
बैगन 100
परवल 80
हरी मटर 120
करेला 80
गाजर 60
तरोई 80
लौकी 25
फूल गोबी 80
पत्ता गोबी 60
अदरक 80
केरी 80
खीरा 40
काचरा 70 रुपए
किसानों का कहना है कि बारिश के कारण हरी सब्जी की फसलों में कीट और रोगों का हमला भी बढ़ा है। इससे बाजार में आवक कम है। इसका असर उनकी कीमतों पर पड़ा है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बारिश में फूल खराब होने से सब्जियों की फसल घटती है। वहीं, रोग और कीट भी बढ़ते हैं।
सब्जी विक्रेता किस्मत गढवाल ने बताया कि अभी मानसून पूरे तरीके से नहीं आया है और उससे पहले ही सब्जियों के दाम बढऩे लगे हैं। हर साल बारिश शुरू होते ही सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं। आने वाले दिनों में सब्जियां और महंगी होंगी। गृहिणी महिलाओं का कहना है कि सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। इससे रसोई का बजट लगातार बिगड़ रहा है।