हरजीपुरा ग्राम को उमाजी का खेड़ा पंचायत में जोड़े जाने पर ग्रामीणों ने जताई आपत्ति, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
भीलवाड़ा। बिजौलिया तहसील के राजस्व ग्राम हरजीपुरा के ग्रामीणों ने प्रशासनिक पुनर्गठन में किए गए बदलाव पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से हरजीपुरा ग्राम पंचायत गोपालपुरा के अधीन रहा है, लेकिन हाल ही में किए गए पंचायत पुनर्गठन में इसे गोपालपुरा से हटाकर ग्राम पंचायत उमाजी का खेड़ा में जोड़ दिया गया, जो ग्रामीणों के हितों के विपरीत है।
ग्रामीणों ने बताया कि हरजीपुरा से ग्राम पंचायत गोपालपुरा की दूरी मात्र 700 मीटर है, जबकि उमाजी का खेड़ा करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित है। ऐसे में छोटे-बड़े कार्यों के लिए दूरस्थ पंचायत में जाना उनके लिए समय, धन और श्रम की अतिरिक्त बर्बादी का कारण बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उमाजी का खेड़ा गांव उनके आवागमन मार्ग में नहीं आता और वह अपेक्षाकृत एकांत क्षेत्र में स्थित है, जिससे ग्रामीणों को और अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
ग्रामीणों ने यह भी उल्लेख किया कि 7 अप्रैल 2025 को जारी अधिसूचना में हरजीपुरा को किसी अन्य पंचायत में जोड़ने संबंधी जानकारी स्पष्ट रूप से उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यह बदलाव बिना उचित भौगोलिक अध्ययन और जनसुविधा को ध्यान में रखे किया गया प्रतीत होता है।
ज्ञापन के माध्यम से समस्त ग्रामवासियों ने जिला कलेक्टर से आग्रह किया है कि हरजीपुरा को पुनः उसकी पूर्व स्थिति में रखते हुए ग्राम पंचायत गोपालपुरा में ही यथावत शामिल किया जाए।
