युवा मंच ने मनाया भांबी दिवस, बैठक में की चर्चा

भीलवाड़ा | भांबी दिवस के अवसर पर भीलवाड़ा के मुखर्जी उद्यान में मारू, बुनकर (भांबी) युवा मंच की बैठक आयोजन हुआ। जिसमें भांबी दिवस को लेकर समाज में एकजुटता लाने और बालिका शिक्षा के साथ ही अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान सभी पदाधिकारियों ने समाजजनों को भांबी दिवस की शुभकामनाएं भी दी।
बुनकर युवा संगठन के अध्यक्ष सौरभ कटारिया ने बताया की मारू भांबी समाज का इतिहास 100 ईसा पूर्व और 300 ईस्वी पहले मेघ राजवंश ने भांबी दिवस की स्थापना की थी। जिसमें उस समय सूत काटकर ध्वजा, हलेतियां जनेऊ, दरी (चटाई) कपडों के साथ ही तरह के वस्त्र बनाने वाले लोगों का समाज बनाया। हमारे पूर्वज सूत काटकर वस्त्र बनाकर अपना जीवन यापन करते थे और आज भी कईं समाजजन इस कार्य को कर रहे है। जिसे बाद में SC समुदाय में जोड़कर भांबी, बुनकर, मारू, सूत्रकार, बस्सीवान, मेघवंश, मेघवाल सहित कईं नाम से भांबी समाज को जाना जाता है। पुराने समय में चरखा कातकर कपड़े बनाएं जाते थे जिसमें मारू भांबी समाज पारंगत था मगर अब नई टेक्नोलॉजी और आधुनिक उद्योगों ने हमारे रोजगार को प्रभावित कर दिया। जिसके कारण वर्तमान समय में समाज के लोग अन्य कार्य करने को मजबूर हो गए है। इसके लिए हमारी विरासत को सजोने के लिए युवाओं को अधिक से अधिक समाज की जानकारी प्रदान की जाए।
बैठक में मारू भांबी युवा संगठन अध्यक्ष शांतिलाल मारू, उपाध्यक्ष शिवराज मारू, कानूनी सलाहकार मुकेश कुमार मारू, अंकित मारू, उपाध्यक्ष लोकेश बिड़ला, सचिव सत्यनारायण भाटी, प्रवक्ता विकास मारू सहित समाजजन भी मौजूद रहे।