क्या होता है डिजिटल अरेस्ट नहीं डरे डिजिटल अरेस्ट जैसे फर्जी कॉल्स से बताया टांक ने
भीलवाड़ा. राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में अपनी सेवाएं दे रहे दिग्विजय टांक ने बताया कि आज के टाइम पर डिजिटल अरेस्ट जैसे कई मामले हमारे सामने आ रहे हैं जिनसे आम जनता काफी डरी हुई है
*डिजिटल अरेस्ट क्या है*
दिग्विजय टांक ने बताया कि
डिजिटल गिरफ्तारी जैसा एक ऑनलाइन घोटाला होता है. इस घोटाले में, घोटालेबाज़ पीड़ितों को डराते हैं और उन पर अवैध गतिविधियों का झूठा आरोप लगाते हैं. इसके बाद, वे पैसे मांगते हैं और भुगतान करने के लिए दबाव डालते हैं. आप के पास अनजान नंबर से एक वीडियो कॉल आता है
और इस वीडियो कॉल में सामने वाला व्यक्ति अपने आप को एक बड़ा पुलिस अधिकारी बताता है और कहता है कि आपने एक फ्रॉड किया है और और आपके अकाउंट में फ्रॉड का पैसा आया है इसलिए आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है जिससे आप अपने घर से बाहर नहीं जा सकते और कैमरे के सामने बैठना होगा यह बात सुनकर आम व्यक्ति डर जाता है
तो वह फर्जी अधिकारी कहता है कि घबराने की कोई बात नहीं है हम आपको अपना एक बैंक अकाउंट दे रहे हैं आपके पास जितना भी पैसा है आप उसे अकाउंट में ट्रांसफर कर दीजिए क्योंकि आप डिजिटल लेटेस्ट है तो आप अपने नए अकाउंट पर डाला गया पैसा काम में ले सकते है तरह आम नागरिक उनकी जाल में फंस जाता है
*क्या सच में डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ होता है*
नहीं ,
डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं होती है डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान अभी तक नहीं आया है तो अगर आपको किसी तरह का कोई वीडियो कॉल या कॉल आता है कि आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है तो घबराने की बिलकुल जरुरत नहीं है डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ भी नहीं होता है
*डिजिटल अरेस्ट जैसे कॉल आने पर या फर्जी वीडियो कॉल आने पर क्या करें*
अगर आपको डिजिटल अरेस्ट जैसे कॉल या वीडियो कॉल आते हैं तो आप इसकी शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कर सकते हैं इसके साथ ही साइबर क्राइम की ऑनलाइन पोर्टल वेबसाइट पर अपने नजदीकी ईमित्र सेवा केंद्र या से द्वारा फर्जी कॉल की रिपोर्ट भी कर सकते हैं
*डिजिटल अरेस्ट के अलावा कौन-कौन से फर्जी कॉल्स आ सकते हैं*
दिग्विजय टांक ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट के अलावा भी आपके पास ब्लैकमेलिंग वीडियो कॉल्स, कुरियर पार्सल ब्लैकमेलिंग कॉल्स, अपने परिवार सदस्य के अपहरण संबंधित ब्लैकमेलिंग कॉल्स ऐसे कई फर्जी कॉल्स और वीडियो कॉल्स आपके पास आ सकते हैं इसे आपको डरने की जरूरत नहीं है
दिग्विजय टांक ने बताया कि आम जनता को आज के टाइम में सावधान और सर्तक रहने की बहुत ज्यादा आवश्यकता है क्योंकि आज के टाइम पर सब कुछ ऑनलाइन होता है तो साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ता चला जा रहा है अगर हर एक नागरिक सावधान और सर्तक रहता है तो सुरक्षित रह सकता है
बता दे कि दिग्विजय टॉक अभी राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं उसी के साथ नेशनल ह्यूमन जस्टिस राइट कमीशन के सदस्य राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष क्राइम बेन इंडिया जोधपुर जिला अध्यक्ष पद पर भी नियुक्त है