8 पंचायतों के 24 गांवों का धणी-धोरी कौन? सीईओ बोले-नगर निगम, मेयर ने कहा-हमें चार्ज नहीं मिला

भीलवाड़ा। शहर से सटी आठ ग्राम पंचायतों के 24 गांव राज्य सरकार ने दो माह पहले नगर निगम में शामिल करने के आदेश जारी कर दिए। इसके बावजूद आज भी इन गांवों में सरपंचों द्वारा पुरानी तारीखों में पट्टे जारी करने की शिकायतें आ रही हैं। न पंचायतीराज विभाग कार्रवाई कर रहा, न नगर निगम। दोनों के अपने-अपने तर्क हैं।
जिला परिषद सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी कहते हैं-ये गांव नगर निगम में चले गए हैं। महापौर राकेश पाठक का कहना है- हमें अभी तक चार्ज नहीं मिला। सरकार के आदेश में स्पष्ट है कि इन पंचायतों का चार्ज कलेटर दिलवाएंगे। स्वायत्त शासन विभाग ने 12 मार्च 2025 को नगर निगम सीमा में सुवाणा, पांसल, मालोला, आटूण, हलेड़, पालड़ी, आरजिया व गठिला खेड़ा ग्राम पंचायतों के 24 राजस्व गांवों को शामिल करने के आदेश जारी किए। इसके बाद भी पंचायतें ये कहकर पट्टे जारी करती रही।
पंचायतीराज विभाग के अफसरों का कहना था कि हमारे विभाग से इन पंचायतों को मुक्त नहीं किया गया। इसके बाद पंचायतीराज विभाग ने भी आदेश जारी कर उन्हें अपने नियंत्रण से मुक्त कर दिया। सरपंची व वार्ड पंची खत्म कर दी। यानी अब ये नगर निगम का हिस्सा बन गई। इसके बाद भी पट्टों का खेल थम नहीं रहा। सूत्रों का कहना है कि जिला परिषद ने इन पंचायतों से सभी पुरानी पट्टा बुकें जमा नहीं करवाई। यही वजह है कि पुरानी तारीखों में पट्टे जारी किए जा रहे। इसे रोकने वाला कोई नहीं है।