अमेरिकी प्रतिबंध के जवाब में चीन का बड़ा फैसला, चिप बनाने वाली इन चीजों का निर्यात रोका

चीन ने अमेरिका को गैलियम, जर्मेनियम और एंटीमनी जैसे खनिजों से संबंधित वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन ने इन उत्पादों के सैन्य उपयोग आशंका जताते हुए यह कार्रवाई की है। मंगलवार को चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। चीनी सरकार ने अमेरिका की ओर से अमेरिका में निर्मित सेमीकंडक्टरों पर नए निर्यात नियंत्रण लगाने की भी आलोचना की है। सोमवार को अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने दो दर्जन सेमीकंडक्टर बनाने वाले उपकरणों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने और कई चीनी कंपनियों पर अमेरिकी प्रौद्योगिकी तक पहुंच पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
वाशिंगटन ने बीजिंग की ओर से सेमीकंडक्टर का उपयोग अगली पीढ़ी के हथियार और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रणाली बनाने के लिए करने की आशंका का हवाला देकर निर्यात नियंत्रण लगाने का फैसला किया था। उसके जवाब में एक दिन बाद ही खनिजों व उससे जुड़ी वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया।
दूसरी ओर चीन जिन उत्पादों के निर्यात को प्रतिबंधित किया उनका सैन्य और नागरिक उपयोग दोनों में इस्तेमाल होता है। बीजिंग ने इस फैसले के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला दिया है और कहा है कि ये निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू होते हैं। चीन ने कहा है कि अमेरिका को भेजी जाने वाली ग्रेफाइट से बनी वस्तुओं के अंतिम उपयोग की भी सख्त समीक्षा की आवश्यकता है।
सोमवार को अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने दो दर्जन प्रकार के सेमीकंडक्टर बनाने वाले उपकरणों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने और कई चीनी कंपनियों पर अमेरिकी प्रौद्योगिकी तक पहुंच पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि नए नियंत्रणों का लक्ष्य चीन के उन्नत एआई उपकरणों के विकास को धीमा करना है, जिनका उपयोग युद्ध में किया जा सकता है। अमेरिका के अनुसार इस कदम का उद्देश्य चीन के घरेलू सेमीकंडक्टर उद्योग को कमजोर करना है, जो अमेरिका और उसके सहयोगियों की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने इस कदम की निंदा करते हुए अमेरिका पर निर्यात नियंत्रण का “दुरुपयोग” करने और वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति शृंखला की स्थिरता के लिए “एक बड़ा खतरा” पैदा करने का आरोप लगाया।
चीन ने अमेरिका भेजी जाने वाली जिन धातुओं के निर्यात पर पाबंदी लगाई है उनमें गैलियम और जर्मेनियम का उपयोग सेमीकंडक्टर बनाने में किया जाता है। जर्मेनियम का उपयोग इन्फ्रारेड प्रौद्योगिकी, फाइबर ऑप्टिक केबल और सोलर सेल तैयार करने में भी होता है। चीन की ओर से अपने निर्यात को सीमित करने के कदम के प्रभावी होने के बाद, अक्तूबर में इन उत्पादों का कुल निर्यात सितम्बर की तुलना में 97% तक कम हो गया।
