ईपीसीएच ने पेरिस, फ्रांस में "इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स - मैजिक ऑफ गिफ्टेड हैंड्स" प्रदर्शित किया


नई दिल्ली- - फ्रांस के पेरिस में चार सितंबर, 2025 तक आयोजित मैसन ऐंड ऑब्जेट में ईपीसीएच ने “इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स - मैजिक ऑफ गिफ्टेड हैंड्स” के नाम से थीमैटिक पवेलियन का उद्घाटन किया। ईपीसीएच के इंडिया पवेलियन का उद्घाटन भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय में विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) अमृत राज ने किया I इस अवसर पर फ्रांस में भारतीय दूतावास की चार्ज डी'अफेयर्स (उप-प्रमुख) ईनम गंभीर, ईपीसीएच के अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना, ईपीसीएच के मुख्य संयोजक अवधेश अग्रवाल, ईपीसीएच के सीओए सदस्य एवं आईएचजीएफ दिल्ली मेला (ऑटम )'25 के अध्यक्ष रजत अस्थाना, सदस्य प्रदर्शकों; मोहित चोपड़ा, आईएचजीएफ ऑटम’25 के उपाध्यक्ष; राज आनंद, मैसन ऐंड ऑब्जेट के लिए भारत प्रतिनिधि; और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई आर. के. वर्मा, कार्यकारी निदेशक, ईपीसीएच ने बताया I

वर्मा ने आगे बताया मैसन एंड ऑब्जेट 2025 में ईपीसीएच ने "भारत - हस्तशिल्प सोर्सिंग के लिए एक लाभदायक गंतव्य" विषय पर एक इंटरैक्टिव सत्र का भी आयोजन किया। इस सत्र में वैश्विक खरीदार, सोर्सिंग पेशेवर और भारतीय हस्तशिल्प निर्यातक एक साथ आए ताकि अवसरों की खोज की जा सके, बाज़ार के रुझानों पर चर्चा की जा सके और वैश्विक हस्तशिल्प मूल्य श्रृंखला में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत की स्थिति को उजागर किया जा सके। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने बताया कि वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, व्यापार विशेषज्ञों और प्रमुख प्रदर्शकों ने इस बात पर विचार-विमर्श किया कि कैसे भारत की विविध उत्पाद श्रृंखला, स्थायी प्रथाएँ और कारीगरी की उत्कृष्टता इसे दुनिया भर में सबसे आकर्षक सोर्सिंग गंतव्यों में से एक बनाती रहती है।

भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय में विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) अमृत राज, फ्रांस में भारतीय दूतावास की प्रभारी (उप-मिशन प्रमुख) ईनम गंभीर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सदस्य प्रतिभागियों से बातचीत की और भारतीय शिल्प कौशल के सुव्यवस्थित प्रदर्शन की प्रशंसा की। सभा को संबोधित करते हुए, डीसी (हस्तशिल्प) अमृत राज ने भारतीय मंडप में प्रदर्शित हस्तशिल्प की विस्तृत श्रृंखला की विषयगत प्रदर्शनी की सराहना की और भारतीय हस्तशिल्प की वैश्विक उपस्थिति को मज़बूत करने के लिए विकास हस्तशिल्प कार्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई।

ईपीसीएच अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने कहा कि मैसन ऐंड ऑब्जेट 2025 अंतरराष्ट्रीय डिजाइन, होम डेकोर और लाइफस्टाइल समुदाय को एक छत के नीचे लाता रहा है। मैसन ऐंड ऑब्जेट, समकालीन लाइफस्टाइल के बहुसांस्कृतिक मेल, मीटिंग और लेनदेन की जगह होने के नाते दुनिया भर से प्रदर्शकों और आगंतुकों को आमंत्रित करता है और उच्च गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय उत्पाद रेंज को प्रदर्शित करता है। यह उत्कृष्टता और नवाचार का एक व्यापक दृश्य प्रस्तुत करता है, जो सर्वोत्तम रचनात्मकता को साझा करने में मदद करता है।

ईपीसीएच के मुख्य संयोजक श्री अवधेश अग्रवाल ने बताया कि, "मैसन ऐंड ऑब्जेट पेरिस" को पिछले 25 वर्षों से डिजाइनर दुनिया का प्रवेश द्वार माना जाता है। मेसन ऐंड ऑब्जेट फेयर जीवन जीने की कला के समृद्ध और विविध रूपों में काम करने वाले पेशेवरों के लिए एक प्रमुख आयोजन है। मेले में 90 देशों से 65,000 से अधिक आगंतुकों के आने की उम्मीद है। इस मेले में भारत की भागीदारी से इसकी व्यावसायिकता और विविधता बढ़ेगी, साथ ही यह वैश्विक उत्पादकों, खुदरा विक्रेताओं और ब्रांडों को भारतीय वस्त्र और होम फर्निशिंग उपभोक्ता उत्पाद उद्योग की शक्तिशाली उद्यमिता से परिचित कराएगा, जिससे भारत से सोर्सिंग के अवसर खुलेंगे।

ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने कहा कि इस संस्करण में नई दिल्ली, गौतमबुद्ध नगर, जोधपुर, मुरादाबाद आदि से ईपीसीएच के 8 सदस्य निर्यातक ईपीसीएच इंडिया पैवेलियन के तहत भाग ले रहे हैं, जो चमड़ा उत्पाद, घरेलू सामान, बैग, आभूषण बॉक्स, फैशन सहायक उपकरण और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद आदि प्रदर्शित कर रहे हैं।

ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि पेश करने के लिए एक नोडल एजेंसी है। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री. आर. के. वर्मा ने बताया कि साल 2024-25 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 33,123 करोड़ रुपये (3,918 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ और वहीं वर्ष 2024-25 के दौरान फ्रांस को हस्तशिल्प वस्तुओं का निर्यात 1004.32 करोड़ रुपये (118.75 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का किया गया है।

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